गाजियाबाद (शिखर समाचार) नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने नमो भारत कॉरिडोर की स्वच्छता, सुंदरता और सार्वजनिक मर्यादा को बनाए रखने की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाया है। एनसीआरटीसी द्वारा विशेष स्वच्छता अभियान के अंतर्गत गाजियाबाद खंड में स्थित 300 से अधिक पिलर्स से अवैध रूप से लगाए गए पोस्टर, बैनर व अन्य प्रचार सामग्री को पूरी तरह से हटा दिया गया है। इस पूरी प्रक्रिया के तहत न केवल कॉरिडोर की दीवारों को साफ किया गया, बल्कि इसके माध्यम से एक सख्त संदेश भी दिया गया है कि अब सार्वजनिक संपत्ति पर गंदगी या अवैध प्रचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि कॉरिडोर की दीवारों पर चिपकाए जा रहे निजी संस्थानों
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि कॉरिडोर की दीवारों पर चिपकाए जा रहे निजी संस्थानों, कोचिंग सेंटरों और कार्यक्रमों के पोस्टर केवल सौंदर्य बिगाड़ने का काम नहीं करते, बल्कि यह कानूनी दृष्टिकोण से भी एक अपराध की श्रेणी में आता है। NCRTC ने साफ किया है कि ऐसे मामलों में अब सीधे संबंधित व्यक्ति या संस्था को चिन्हित कर नोटिस भेजा जाएगा और ज़रूरत पड़ने पर जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
यह अभियान केवल गाजियाबाद तक सीमित नहीं रहेगा
यह अभियान केवल गाजियाबाद तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि नमो भारत कॉरिडोर के सभी हिस्सों में चरणबद्ध ढंग से इसे चलाया जाएगा। NCRTC के मुताबिक, इस कॉरिडोर की भौतिक संरचना किसी एक विभाग की नहीं बल्कि समूचे समाज की साझी संपत्ति है, और इसे स्वच्छ रखना प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है।
कॉरपोरेशन ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे कॉरिडोर की दीवारों या पिलर्स पर किसी भी प्रकार की सामग्री न लगाएं और न ही दूसरों को ऐसा करने दें। अगर कोई इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
NCRTC का उद्देश्य सिर्फ यात्रियों को तेज
NCRTC का उद्देश्य सिर्फ यात्रियों को तेज, सुरक्षित और अत्याधुनिक परिवहन सुविधा देना नहीं है, बल्कि एक ऐसा सार्वजनिक वातावरण भी निर्मित करना है जो स्वच्छता, अनुशासन और नागरिक जिम्मेदारी का प्रतीक बने। इस दिशा में जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है, ताकि नमो भारत कॉरिडोर एक उदाहरण बने न केवल यातायात के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक चेतना के स्तर पर भी।
