गाजियाबाद (शिखर समाचार) सरस्वती कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग को केन्द्र में रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन इस उद्देश्य से किया गया कि नई पीढ़ी योग के महत्व को समझे, उसे जीवन का हिस्सा बनाए और समग्र स्वास्थ्य की दिशा में ठोस कदम उठाए।
कॉलेज परिसर में सुबह का वातावरण योगाभ्यास से गूंज उठा
कॉलेज परिसर में सुबह का वातावरण योगाभ्यास से गूंज उठा, जहां छात्रों ने योगाचार्य केसरी कुमार मिश्र के मार्गदर्शन में शारीरिक और मानसिक संतुलन प्राप्त करने वाले आसनों का अभ्यास किया। कार्यक्रम की शुरुआत सूर्य नमस्कार से हुई, जिसके बाद छात्रों को सूक्ष्म व्यायाम, प्राणायाम और ध्यान की बारीकियों से अवगत कराया गया। केसरी कुमार मिश्र ने सरल भाषा में यह समझाया कि किस तरह योग तनाव, चिंता, मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को दूर कर जीवन में स्थिरता और शांति लाता है।
उन्होंने कहा कि केवल पढ़ाई ही नहीं, आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में मन और तन दोनों को स्वस्थ रखना अनिवार्य है और इसका सबसे प्रभावी उपाय योग है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि विद्यार्थी जीवन में योग की आदत न केवल शारीरिक मजबूती देती है, बल्कि मानसिक एकाग्रता और आत्म-नियंत्रण भी विकसित करती है।
इस अवसर पर महाविद्यालय सचिव निर्मल सिंह
इस अवसर पर महाविद्यालय सचिव निर्मल सिंह, प्राचार्य डॉ. संजय कुमार, विभाग प्रभारी कामना चतुर्वेदी, डॉ. अलका कटारिया, नोडल अधिकारी जितेंद्र सिंह तथा रोटरी क्लब ऑफ साहिबाबाद के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिक्षा और वाणिज्य विभाग के समस्त प्रवक्ता भी इस आयोजन का हिस्सा बने और उन्होंने विद्यार्थियों को योग को रोजमर्रा की आदत बनाने के लिए प्रेरित किया।
पूरे आयोजन में न केवल योगाभ्यास हुआ बल्कि छात्रों के बीच स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और जीवनशैली में सुधार का उत्साह भी देखने को मिला। कार्यक्रम के अंत में यह संदेश स्पष्ट हो गया कि योग कोई विकल्प नहीं, बल्कि आज के युग की एक आवश्यकता है जिसे अपनाकर ही हम सच्चे अर्थों में समृद्ध और संतुलित जीवन जी सकते हैं।
