ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
ग्राम आमका में अवैध कब्जों को हटाने पहुंचे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम को शनिवार को भारी विरोध और हिंसा का सामना करना पड़ा। कॉलोनाइजरों और भू-माफियाओं के साथ पहुंचे 100 से ज्यादा लोगों ने न सिर्फ टीम से अभद्रता की बल्कि मारपीट, घेराव और जेसीबी पर चढ़कर कार्रवाई को रोकने की भी कोशिश की। हालात इतने बेकाबू हो गए कि प्राधिकरण की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। अब इस पूरे प्रकरण पर पुलिस ने सख्ती दिखाई है और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अधिसूचित जमीन पर हो रहा था खेल, प्राधिकरण ने दी थी चेतावनी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले ग्राम आमका के खसरा नंबर 204, 205 और 206 की जमीन पर लंबे समय से बिना किसी अनुमति के अवैध निर्माण कर कॉलोनी बसाई जा रही थी। प्राधिकरण ने पहले भी नोटिस जारी कर निर्माण रुकवाया था, लेकिन कॉलोनाइजरों की हिम्मत कम नहीं हुई। जब शनिवार को प्राधिकरण की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची, तो सबकुछ योजना के अनुसार चल रहा था लेकिन कुछ ही देर में पूरा माहौल बवाल में बदल गया।
तिलपता करनवास और डेरीमच्छा से जुटे ‘गुर्गे’, अधिकारियों को घेरा
जैसे ही जेसीबी ने अतिक्रमण पर कार्रवाई शुरू की, तिलपता करनवास निवासी विपिन खारी, बलराम भाटी और डेरीमच्छा निवासी कपिल नागर 100-150 लोगों के साथ वहां पहुंचे और सरकारी कार्य को रोकने के लिए हंगामा करने लगे। प्राधिकरण के अधिकारियों OSD रामनयन सिंह, परियोजना अभियंता सन्नी यादव और अन्य फील्ड स्टाफ से जमकर अभद्रता और धक्का मुक्की की गई। जेसीबी पर चढ़कर तोड़फोड़ रोकी गई और टीम की गाड़ी तक को टक्कर मारने की कोशिश की गई।
जान का खतरा देख टीम को लौटना पड़ा, दर्ज हुई एफआईआर
घटना के दौरान पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण प्राधिकरण की टीम को कार्रवाई अधूरी छोड़कर वापस लौटना पड़ा। सहायक प्रबंधक नरेश गुप्ता की ओर से विपिन खारी, कपिल नागर और बलराम भाटी समेत 100 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
एसीईओ ने दी सख्त चेतावनी, जनता को किया सतर्कhttps://rashtriyashikhar.com/gdas-big-action-on-illegal-colony/
घटना के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि अधिसूचित क्षेत्रों में किसी भी अवैध कॉलोनी या निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि भू-माफियाओं और कॉलोनाइजरों के बहकावे में आकर अपनी मेहनत की कमाई न गंवाएं। कोई भी जमीन खरीदने या निर्माण शुरू करने से पहले प्राधिकरण से पूरी जानकारी जरूर लें, वरना नुकसान तय है। अब प्राधिकरण की सख्त निगाह, अगली कार्रवाई में दिख सकता है बड़ा एक्शन।
