ग्रीन एनर्जी के साथ अब डाटा क्रांति की नई सुबह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीईएल साहिबाबाद में ईएसडीएस ग्रीन डेटा सेंटर की रखी नींव

राष्ट्रीय शिखर
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CM Yogi Adityanath now wants data revolution along with green energy

गाजियाबाद (शिखर समाचार)
जहां एक ओर उत्तर प्रदेश में निवेश की लहर दौड़ रही है, वहीं गुरुवार की सुबह साहिबाबाद में इतिहास की एक नई इबारत लिखी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ मिलकर सीईएल-ईएसडीएस ग्रीन डेटा सेंटर की नींव रखी और उत्तर प्रदेश को डिजिटल युग की दौड़ में नई रफ्तार देने का ऐलान किया।

सीएम योगी ने मंच से दो टूक कहा कि सीईएल जैसे संस्थानों के दम पर

पूजन, पौधरोपण और प्रदर्शनी के अवलोकन के बीच सीएम योगी ने मंच से दो टूक कहा कि सीईएल जैसे संस्थानों के दम पर नया भारत अब अपने आत्मविश्वास, तकनीक और संकल्प के साथ बुलंदी छू रहा है। यह ग्रीनफील्ड डेटा सेंटर प्रधानमंत्री मोदी के 2070 नेट ज़ीरो मिशन की दिशा में एक निर्णायक क़दम है।

मुख्यमंत्री ने सीईएल की 50 साल की यात्रा को याद करते हुए कहा कि यह संस्थान एक समय बंटवारे की कगार पर था, लेकिन आज मिनी रत्न का ताज पहनकर आत्मनिर्भर भारत की कहानी को नई धार दे रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश 2027 तक 20,000 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन की ओर अग्रसर है, जिसमें सीईएल की भूमिका कंधों पर देश की ऊर्जा उम्मीदों का भार लेकर चलने जैसी होगी।

ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने डिफेंस सेक्टर में सीईएल के योगदान

मंच पर जब उन्होंने ब्रह्मोस और आकाश जैसी मिसाइलों की पाकिस्तान में टेस्टेड और दुनिया में ट्रस्टेड सफलता की बात की, तो माहौल तालियों से गूंज उठा। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने डिफेंस सेक्टर में सीईएल के योगदान को देश की सुरक्षा नीति का चुपचाप चलता मजबूत इंजन करार दिया।

डाटा से जुड़ेंगे नागरिक, डेटा से जुड़ेंगे देश के फैसले, यह सोच अब ज़मीन पर उतर रही है। ग्रीन डाटा सेंटर की डिजाइन ऊर्जा की न्यूनतम खपत, स्मार्ट कूलिंग, मॉड्यूलर पॉड्स और अत्याधुनिक कनेक्टिविटी जैसी तकनीकों से लैस होगी, जिसकी कुल क्षमता 30 मेगावाट और हर फ्लोर पर 200 रैक की होगी।

भारत सरकार को 21 करोड़ रुपये का लाभांश सौंपा

इस मौके पर सीईएल ने भारत सरकार को 21 करोड़ रुपये का लाभांश सौंपा और मल्टी इंफ्रा के साथ 200 मेगावाट सोलर मॉड्यूल निर्माण के लिए एमओयू भी साइन किया गया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर नोएडा में आईआईटी के भीतर देश की पहली क्वांटम यूनिट शुरू करने और बायोटेक्नोलॉजी पार्क व स्टार्टअप कॉन्क्लेव की योजनाओं का खुलासा करते हुए कहा कि अब भारत सिर्फ टेक्नोलॉजी यूज़र नहीं, इनोवेशन एक्सपोर्टर बनने की राह पर है।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्रीगण, सीईएल के चेयरमैन चेतन प्रकाश जैन, ईएसडीएस के सीईओ पीयूष सोमानी समेत गणमान्यजन मौजूद रहे।

आज साहिबाबाद की इस ज़मीन पर सिर्फ डेटा सेंटर की नींव नहीं पड़ी यह भरोसे, तकनीक, हरियाली और आत्मनिर्भरता की नींव थी, जिसे आने वाले दशक भारत की रीढ़ के रूप में याद रखेंगे।

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