देहरादून (शिखर समाचार) उत्तरकाशी के धराली इलाके में आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्यों की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व और निर्देशों के तहत चल रहा यह मिशन, वायुसेना की ताकत और जिला प्रशासन की मुस्तैदी का अनोखा उदाहरण बन गया है। चिनूक, एमआई-17 और चीता हेलीकॉप्टर न केवल राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं, बल्कि फंसे हुए तीर्थयात्रियों को भी आसमान के रास्ते सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचा रहे हैं।
विशेष विमान से 36 तीर्थयात्रियों का सफल एयरलिफ्ट, अब तक 206 को सुरक्षित निकाला गया
रविवार को इस मिशन के तहत 36 तीर्थयात्रियों को हर्षिल से वायुसेना के विशेष विमान द्वारा एयरलिफ्ट कर देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट उतारा गया। अब तक 206 लोगों को उत्तरकाशी से निकालकर जौलीग्रांट पहुंचाया जा चुका है, जहां से उन्हें उनके घरों या अगले पड़ाव की ओर रवाना कर दिया गया।
जिलाधिकारी सविन बंसल की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीमें दिन-रात राहत कार्यों में जुटी हैं। धराली क्षेत्र में आवश्यक संसाधन, चिकित्सा सहायता और आपात सामग्री लगातार भेजी जा रही है।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राहत कार्य त्वरित, अधिकारियों ने यात्रियों को भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की
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जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर रेस्क्यू यात्रियों की देखभाल के लिए एसडीएम डोईवाला अपर्णा ढौंढियाल, खंड विकास अधिकारी सोनम गुप्ता, तहसील और ब्लॉक के तमाम अधिकारी-कर्मचारी पहले से मौजूद रहे। यहां यात्रियों को भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई गई, ताकि इस कठिनाई भरे सफर के बाद उन्हें तुरंत राहत मिल सके।
धराली से जौलीग्रांट तक का यह सफर, वायुसेना की तकनीकी क्षमता, प्रशासन की तत्परता और जिंदगियों को बचाने के अदम्य संकल्प की जीवंत मिसाल बन चुका है।
