गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में एक नवंबर से पुराने वाहनों को नहीं मिलेगा ईंधन, नंबर प्लेट स्कैन कर रोके जाएंगे पंपों पर

राष्ट्रीय शिखर
3 Min Read
Pumps will be stopped after scanning number plates

ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) अब प्रदूषण फैलाने वाले पुराने वाहनों की सड़कों पर आवाजाही आसान नहीं रहेगी। वायु गुणवत्ता को सुधारने और नागरिकों को शुद्ध वातावरण देने के उद्देश्य से कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने बड़ा और सख्त कदम उठाया है। इसके तहत आगामी 01 नवंबर 2025 से गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में 15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों को किसी भी पेट्रोल पंप से ईंधन नहीं मिलेगा।

जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे लगाए जा रहे हैं

इस फैसले को प्रभावी बनाने के लिए जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो वाहनों की उम्र की स्वतः पहचान कर लेंगे और तय समय से अधिक पुराने वाहनों को फ्यूल देने से रोक देंगे। यह नियम फिलहाल 2 लाख 8 हजार से अधिक पुराने वाहनों पर लागू होगा जो केवल गौतमबुद्ध नगर में पंजीकृत हैं।

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) डॉ. उदित नारायण पांडेय ने बताया कि यह अभियान केवल कागज़ी नहीं रहेगा, बल्कि सख्ती से धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि जनता को बेहतर हवा और सुरक्षित जीवन देना है।

डॉ. पांडेय ने बताया कि पुराने वाहनों के स्वामियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं

डॉ. पांडेय ने बताया कि पुराने वाहनों के स्वामियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं, ताकि वे समय रहते निर्णय ले सकें या तो अपने वाहन को स्क्रैप कराएं, या फिर ईको-फ्रेंडली वैकल्पिक व्यवस्था अपनाएं। इसके अलावा दिल्ली की तर्ज पर गौतमबुद्ध नगर के लिए गठित समिति में उन्हें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरा कार्यान्वयन के लिए सदस्य नामित किया गया है।

परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस इस आदेश के अनुपालन में पूरी तरह सतर्क रहेगी और नियमों की अनदेखी पर कार्रवाई की जाएगी। इस क्रम में डॉ. पांडेय ने नागरिकों से अपील की कि वे इलेक्ट्रिक वाहन अपनाएं, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और कारपूलिंग जैसे उपायों से सहयोग दें ताकि पर्यावरणीय सुधार की दिशा में यह प्रयास सार्थक हो सके।

स्वच्छ हवा स्वस्थ जीवन के संदेश के साथ यह आदेश न केवल प्रशासनिक निर्णय है, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी मांगने वाला सामाजिक अभियान भी है।

Share This Article
Leave a comment