नई दिल्ली (शिखर समाचार) दिल्ली, गाजियाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर और मेरठ जैसे शहरों के बीच अब सफर का मतलब ट्रैफिक में फंसे रहना नहीं, बल्कि तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा है और यह मुमकिन हुआ है नमो भारत ट्रेन से। देश की पहली सेमी-हाईस्पीड आरआरटीएस सेवा ने न सिर्फ यात्रा का चेहरा बदला है बल्कि लाखों कामकाजी लोगों, महिलाओं, बुजुर्गों और विद्यार्थियों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी को सरल बना दिया है।
दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ के बीच 55 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर
दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ के बीच 55 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर दौड़ रही इस ट्रेन की वजह से अब वह दूरी जो कभी घंटों में तय होती थी, चंद मिनटों में पूरी हो रही है। 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन हर 15 मिनट में उपलब्ध है, और एनसीआर के भीतर दैनिक यात्रा करने वालों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं।
यह ट्रेन न केवल समय बचा रही है बल्कि पूरे सफर को भी आरामदायक बना रही है। सिलेक्टिव डोर ओपनिंग तकनीक के कारण स्टेशन पर ही दरवाज़े खुलते हैं, जिससे ट्रेन का तापमान भी संतुलित रहता है और ऊर्जा की बचत भी होती है।
इनमें से तीन स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे, और चार प्रमुख स्टेशन ऐसे होंगे
शहरवासियों के लिए यह सुविधा यहीं तक सीमित नहीं रहेगी। मेरठ में जल्द ही मेट्रो सेवा भी शुरू होने जा रही है जो मोदीपुरम से मेरठ साउथ के बीच 13 स्टेशनों पर चलेगी। इनमें से तीन स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे, और चार प्रमुख स्टेशन ऐसे होंगे जहां से नमो भारत और मेट्रो दोनों सेवाएं उपलब्ध होंगी जिससे एकीकृत परिवहन का लाभ मिलेगा।
कुल मिलाकर ‘नमो भारत’ अब सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि एक नई कार्य-संस्कृति, परिवार के साथ जुड़े रहने का माध्यम, और स्मार्ट सिटी विकास की दिशा में बड़ा कदम बनकर सामने आई है। एनसीआर के लाखों लोगों के लिए यह बदलाव एक नए युग की शुरुआत जैसा है।