मेरठ (शिखर समाचार) महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा को केंद्र में रखते हुए शासन द्वारा संचालित मिशन शक्ति फेज 5.0 अभियान के अंतर्गत मेरठ परिक्षेत्र में बीते दो सप्ताह के भीतर अभूतपूर्व कार्रवाई की गई। पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने इस पूरे अभियान की रेंज स्तर पर समीक्षा की और जनपदों में चल रही गतिविधियों का विस्तार से मूल्यांकन किया। 22 सितंबर से 6 अक्टूबर 2025 तक चले इस अभियान के दौरान चारों जिलों में महिला सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और जनजागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
एंटी रोमियो स्क्वाड की कड़ी कार्रवाई: 33,489 लोगों की जांच, 110 गिरफ्तारी और 24,171 को मिली चेतावनी
अभियान के तहत एंटी रोमियो स्क्वाड ने स्कूलों, कॉलेजों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर 2474 जगहों पर पहुंचकर 33,489 लोगों की जांच की। इस दौरान 110 आरोपित गिरफ्तार हुए, 87 अभियोग दर्ज किए गए, जबकि 24,171 लोगों को चेतावनी दी गई। 865 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई, ताकि महिलाओं से छेड़छाड़ और उत्पीड़न जैसी घटनाओं पर प्रभावी रोक लग सके।
इसी क्रम में पुलिस टीमों ने चारपहिया वाहनों की सघन चेकिंग भी की। 8227 पुलिसकर्मियों ने 2134 स्थानों पर कुल 32,089 वाहनों की जांच की। चेकिंग के दौरान 277 वाहनों से काली फिल्म, 85 से हूटर, 27 से बत्तियां और 977 वाहनों से जातिसूचक या शासकीय शब्द हटवाए गए। 359 वाहनों की गलत नंबर प्लेट मिलने पर कार्रवाई हुई, जबकि 3,095 वाहनों का चालान और 36 वाहनों को सीज किया गया। हापुड़ और बुलंदशहर में तीन अभियोग दर्ज करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।
स्टंटबाजी पर पुलिस का कड़ा प्रहार: 30,287 वाहनों की जांच, 4 गिरफ्तार, 271 चालान और 22 वाहनों की सीजिंग
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/shalimar-garden-bust-prostitution-racket/
स्टंटबाजी करने वालों पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने 1,953 जगहों पर अभियान चलाया, जिसमें 30,287 वाहनों की जांच की गई। मेरठ और बुलंदशहर में दो-दो मुकदमे दर्ज कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 271 वाहनों के चालान और 22 वाहनों की सीजिंग की गई।
अभियान के सामाजिक पहलू के तहत बीट पुलिस अधिकारियों ने 1,116 ग्राम पंचायतों और वार्डों में जनजागरूकता अभियान चलाया। 3,131 अन्य विभागों के कर्मचारियों के साथ मिलकर आयोजित कार्यक्रमों में महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई और 247 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया।
महिला सुरक्षा में अहम कदम: 243 पीड़ित महिलाओं की पहचान, 511 महिला अपराधियों का सत्यापन और 317 पर कार्रवाई
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/operation-langda-police-arrest-two-robbers/
महिला सुरक्षा के तहत घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की पहचान भी की गई। 529 महिला बीट अधिकारियों ने 991 ग्रामों और वार्डों में भ्रमण कर 243 पीड़ित महिलाओं को चिन्हित किया। इनमें से 187 महिलाओं की काउंसलिंग की गई और उन्हें विधिक सहायता उपलब्ध कराई गई। इसी अवधि में 2025 में जेल से रिहा हुए 511 महिला अपराधों से जुड़े अभियुक्तों का सत्यापन किया गया, जिनमें से 317 पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई।
महिला अपराध से संवेदनशील क्षेत्रों में तकनीकी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 302 स्थलों पर 760 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे निगरानी प्रणाली और मजबूत हुई है।
परिवार परामर्श केंद्रों का आरंभ: घरेलू विवादों में समाधान और महिलाओं को सामाजिक समर्थन देने की नई पहल
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/muradnagar-drenched-tricolor/
इसके अतिरिक्त परिक्षेत्र के ब्रह्मपुरी, डिबाई, अनूपशहर, बागपत और हापुड़ नगर सर्किलों में परिवार परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर कुल 18 परामर्शदाता नियुक्त हैं, जो घरेलू विवादों में मध्यस्थता और महिलाओं को सामाजिक व मानसिक समर्थन प्रदान कर रहे हैं।
मेरठ परिक्षेत्र में मिशन शक्ति का यह चरण सिर्फ कार्रवाई का नहीं, बल्कि संवेदनशील पुलिसिंग और सामुदायिक जुड़ाव का उदाहरण बन गया है, जहां महिला सुरक्षा अब केवल अभियान नहीं बल्कि जनआंदोलन का रूप ले चुकी है।