ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
राजधानी क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर सरकार अब पूरी तरह अलर्ट मोड में है। आगामी शीतकालीन मौसम में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर जिलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
वायु प्रदूषण पर कड़ा रुख: मंत्री ने सभी विभागों को संयुक्त कार्रवाई और बेहतर समन्वय के निर्देश दिए
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण के लिए अब तक की तैयारियों और की गई कार्रवाइयों की बारीकी से समीक्षा की गई। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि वायु प्रदूषण केवल एक विभाग की नहीं, बल्कि सभी संस्थाओं की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि विकास प्राधिकरणों, परिवहन विभाग, नगर निकाय, औद्योगिक इकाइयों और पुलिस प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय बनाकर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि एनसीआर क्षेत्र की वायु गुणवत्ता में वास्तविक सुधार लाया जा सके।
बैठक में विधायक धीरेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव पर्यावरण अनिल कुमार, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष आर.पी. सिंह, सदस्य सचिव संजीव सिंह, जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मेधा रूपम, जिलाधिकारी बुलंदशहर श्रुति, जिलाधिकारी हापुड़ अभिषेक पांडे, मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद अभिनव गोपाल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्ण करुणेश, यमुना प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सहित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
पराली से प्रदूषण रोकने की मुहिम: मंत्री ने अधिकारियों को खेतों में निगरानी और किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/housing-development-council-ran-a-bulldozer/
बैठक के दौरान मंत्री ने ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान के तहत लागू किए जा रहे उपायों, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेशों के अनुपालन, पराली प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट के खुले में जलाने की रोकथाम, यातायात प्रबंधन, और औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खेतों में पराली जलाने की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाए और किसानों को जागरूक किया जाए ताकि पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके।
अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का पालन सख्ती से कराया जाए, सड़कों की नियमित यांत्रिक सफाई और जल छिड़काव हो, तथा वाहन प्रदूषण जांच की सघन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और स्वच्छ पर्यावरण को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

बैठक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, परिवहन, पुलिस, नगर निगम, कृषि विभाग सहित चारों जिलों के अधिकारी और विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक के दौरान सभी विभागों को जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देश दिए गए कि प्रदूषण नियंत्रण के हर मोर्चे पर सख्ती और तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए, ताकि इस शीतकाल में एनसीआर क्षेत्र की हवा में राहत महसूस की जा सके।
