मेरठ (शिखर समाचार)। मेरठ परिक्षेत्र की पुलिस ने एक दिन के अंदर ही अपराधियों के सत्यापन का ऐसा अभियान चलाया कि पिछले दस वर्षों में शरीर संबंधी अपराधों में नाम आने वाले 6890 अपराधियों की पहचान कर ली गई। पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी के निर्देशन में चलाए गए ऑपरेशन पहचान ने रेंज स्तर पर अपराध नियंत्रण के नए मानक स्थापित कर दिए हैं और जनपद पुलिस की सक्रियता को भी नई पहचान दी है।
एक दिन में हजारों अपराधियों की पहचान, मेरठ रेंज पुलिस ने बदली सुरक्षा की तस्वीर
अभियान में मेरठ रेंज की सभी जनपद पुलिस ने हिस्सा लिया और अपराधियों के रिकॉर्ड को बारीकी से जांचा गया। मेरठ जनपद में 2482 अपराधियों, बुलंदशहर में 909, बागपत में 1148 और हापुड़ में 2351 अपराधियों का सत्यापन एक ही दिन में किया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस अभियान से न केवल अपराधियों की सटीक पहचान हुई बल्कि भविष्य में अपराध नियंत्रण की रणनीतियों को और मजबूत करने का रास्ता भी साफ हुआ।
ऑपरेशन पहचान का उद्देश्य लगातार अपराधियों की निगरानी रखना और उनके गतिविधियों की जानकारी अपडेट करना है, जिससे हर जनपद में सुरक्षा के मानक बढ़ें और जनता में विश्वास पैदा हो। अभियान में पुलिस टीमों की सक्रियता, रिकॉर्ड जांच की तेज़ी और अपराधियों की वास्तविक पहचान ने मेरठ रेंज में कानून व्यवस्था को नई दिशा दी है।

पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि अभियान लगातार जारी रहेगा और आने वाले दिनों में और भी विस्तृत स्तर पर अपराधियों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा। जनता को सुरक्षा का भरोसा देना और अपराध नियंत्रण की प्रक्रिया को प्रभावी बनाना इस अभियान की मुख्य प्राथमिकता है।