——–जिलाधिकारी व एसपी ने मेले की तैयारी के संबंध में विभिन्न जानकारीयों उच्चाधिकारी को उपलब्ध कराई
गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़ (शिखर समाचार) कार्तिक पूर्णिमा गढ गंगा मेला के सकुशल संपन्न कराने के लिए मेरठ मण्डायुक्त, एडीजी जोन, डीआईजी ने मेला स्थल का भ्रमण / निरीक्षण किया। जहां जिलाधिकारी व एसपी एवं जनप्रतिनिधियों एवं अधिनस्थों ने मेले के संबंध में उच्चाधिकारीयों को विभिन्न जानकारीयों उपलब्ध कराई। अधिकारीयों ने मेला स्थल, गंगा घाट का निरीक्षण करते हुऐ मेला स्थल पर बनी अस्थाई पुलिस लाईन में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ गोष्ठी करते हुऐ मेले की सुरक्षा व तैयारी के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिये।
मेला सुरक्षा और व्यवस्था पर उच्च अधिकारियों का कड़ा निरीक्षण: 25 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए व्यापक तैयारी
बृहस्पतिवार को मेरठ मण्डायुक्त डा० ऋषिकेश भास्कर, एडीजी जोन भानू भास्कर, डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मेला स्थल का भ्रमण निरीक्षण किया। जहां जिलाधिकारी अभिषेक पाण्डे, व एसपी कुंवर ज्ञानंज्य सिंह, एएसपी विनीत भटनागर एवं जनप्रतिनिधियों एवं अधिनस्थों ने मेले के संबंध में उच्चाधिकारीयों को विभिन्न जानकारीयों उपलब्ध कराई। अधिकारीयों ने मेला स्थल, गंगा घाट का भ्रमण / निरीक्षण करते हुऐ मेला स्थल पर बनी अस्थाई पुलिस लाईन में अधीनस्थों के साथ गोष्ठी करते हुऐ मेले की सुरक्षा व तैयारी के संबंध करते हुऐ दिशा निर्देश दिये। मेला आयोजक जिला पंचायत की चैयरमेन रेखा नागर के पति प्रमोद नागर ने अधिकारीयों को मेले के संबंध में जरूरी जानकारीयां दी। इस वर्ष मेला अधिक क्षेत्रफल में ओर अधिक रैतीले मैदान में लगने वाला है जिसकी तैयारी में मेला आयोजको को कड़ी मशक्कत करनी पडेगी। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान 05 नवंबर को होगा जिसमें 25 लाख से अधिक स्नानार्थी श्रद्धालुओ के आने की संभावना हैं। एक दिन पूर्व चतुर्थदशी को मेले के मुख्य महत्व के दिन एक समय में पांच से सात लाख स्नानघाट पर होगें जिनकी व्यवस्था संभालना भी पुलिस प्रशासन के लिए परीक्षा जैसे होता है ओर उसके बाद 24 घण्टे के श्रद्धालुओ के आने जाने के समय लगने वाले जाम को कैसे संभाला जायेगा क्योंकि प्रत्येक वर्ष जाम से निपटने की तैयार पुरी होने को दावा किया जाता है लेकिन जाम जब कई किलीमीटर लंबा लग जाता है तो सारी व्यवस्थाऐं व तैयारी धरी रह जाती है। मेला आयोजको को इस वर्ष लंबाई में अधिक कच्चे अस्थाई मार्ग, छतिग्रस्त पक्के मेला मार्ग, गंगा में बेरिकेडिंग, लाईट व सुरक्षा व्यवस्था आदि के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी तभी मेला अच्छा हो पायेगा।

मेला स्थल पर हुई गोष्ठी में मेले से जुडे पुलिस प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।