नई दिल्ली (शिखर समाचार)।
देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और पारदर्शी व सुगम बनाने की दिशा में चुनाव आयोग ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि हाल ही में सम्पन्न पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में कई ऐतिहासिक पहलों को सफलतापूर्वक लागू किया गया है, जो पहली बार देश में देखी गईं।
गुजरात की कड़ी (SC) और विसावदर, केरल की नीलांबुर, पंजाब की लुधियाना वेस्ट और पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर हुए इन उपचुनावों में कुल 1354 मतदान केंद्रों पर नई तकनीकों और सुविधाओं को लागू किया गया।
इन उपचुनावों की खास बात रही मोबाइल डिपॉजिट
इन उपचुनावों की खास बात रही मोबाइल डिपॉजिट सुविधा, जिसके तहत हर मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर वोटरों के लिए मोबाइल जमा करने की सरल व्यवस्था की गई। खासकर वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और दिव्यांग मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा दी गई, जहां जूट बैग या डिब्बों में मोबाइल सुरक्षित रखवाए गए और स्वयंसेवकों की तैनाती से इस प्रक्रिया को सुचारु बनाया गया।
इसके अलावा मतदाता उपस्थिति दर (VTR) रिपोर्टिंग प्रक्रिया को भी पूरी तरह डिजिटल किया गया। अब प्रत्येक मतदान अधिकारी मतदान समाप्ति से पहले ही ECINET ऐप में सीधे आंकड़े दर्ज कर सकते हैं, जिससे पोलिंग प्रतिशत की जानकारी दो-दो घंटे में सार्वजनिक हो पाती है। यह बदलाव पुराने सिस्टम से कहीं अधिक तेज़ और प्रभावी है, जहां पहले जानकारी रात 10-11 बजे तक ही आ पाती थी।
चुनाव आयोग ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए
चुनाव आयोग ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग सुनिश्चित की, जिससे मतदान प्रक्रिया पर लगातार निगरानी रखी गई। केवल एक मतदान केंद्र को छोड़कर बाकी सभी में मतदान की हर गतिविधि का लाइव प्रसारण हुआ, जिससे चुनाव की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को और बल मिला।
आयोग के अनुसार इन सफल प्रयोगों से उत्साहित होकर आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में इन सभी पहलों को पूर्ण रूप से लागू किया जाएगा।