नोएडा (शिखर समाचार)
Noida Authority की नीतियों और रवैये से नाराज किसानों का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा। सोमवार को भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने प्राधिकरण कार्यालय का घेराव कर विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, मगर किसानों ने दो टूक कह दिया कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहिए।
भारतीय Farmers परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने साफ शब्दों में कहा
भारतीय Farmers परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने साफ शब्दों में कहा कि प्राधिकरण में फैले भ्रष्टाचार को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खलीफा ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने किसान से पैसे की मांग की थी, जिसका वीडियो भी वायरल किया जा चुका है। किसानों की मांग है कि उस अधिकारी को तत्काल सस्पेंड किया जाए।
Farmers ने यह भी सवाल उठाया कि हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट पर अब तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत आबादी के प्लॉट, 64.7 प्रतिशत मुआवज़ा, और मौजूदा आबादी को वैसा ही बनाए रखने जैसी प्रमुख मांगों पर अब तक सिर्फ खानापूर्ति हुई है।
दोपहर के बाद अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री के साथ किसानों की बातचीत हुई
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दोपहर के बाद अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री के साथ किसानों की बातचीत हुई, जिसमें कई मुद्दों पर सहमति बनी। सेक्टर-145 व 146 में जल्द प्लॉट चिन्हित किए जाने और गांवों के विकास को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया गया। साथ ही गढ़ी चौखंडी में किसानों के खिलाफ हुई कार्रवाई की समीक्षा करने की बात कही गई। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि प्राधिकरण की ओर से अब तक उनकी मांगों पर क्या प्रगति हुई है, इसकी लिखित स्टेटस रिपोर्ट दी जाए। किसान नेताओं ने यह भी दोहराया कि अब आंदोलन सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि पंचायतों के जरिए गांव-गांव तक फैलाया जाएगा।
खलीफा ने कहा कि प्राधिकरण की मनमानी और एकतरफा फैसलों से ग्रामीणों को लगातार नुकसान हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो किसान अगली बार और बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। इधर भारी भीड़ को देखते हुए प्राधिकरण कार्यालय के आसपास पुलिस बल तैनात रहा। प्रदर्शन शांति पूर्ण रहा, लेकिन किसानों का इरादा पूरी तरह साफ था अब बिना नतीजे के कोई बातचीत नहीं।