गाजियाबाद (शिखर समाचार) दिल्ली सीमा से सटे गाजियाबाद में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय cricket stadium अब कागजों से निकलकर जमीन पर उतरने की ओर बढ़ता दिख रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया निर्देशों के बाद इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट की अड़चनों को दूर करने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने पूरी सक्रियता के साथ मोर्चा संभाल लिया है।
इसी कड़ी में GDA VC Atul Vats ने गाजियाबाद क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) द्वारा नियुक्त स्टेडियम कन्वीनर राकेश मिश्रा के साथ संयुक्त बैठक की और प्रोजेक्ट से जुड़ी तकनीकी व प्रशासनिक अड़चनों पर विस्तृत चर्चा की।
33 एकड़ भूमि पहले चरण में हस्तांतरित, लेकिन अब भी बैनामा अधूरा
बैठक के दौरान जानकारी दी गई कि स्टेडियम निर्माण के पहले चरण में 33 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जा चुकी है, लेकिन अब तक उसका पूरा बैनामा नहीं हो सका है। साथ ही भूमि उपयोग परिवर्तन की प्रक्रिया भी लंबित है।
भूमि स्वामित्व और उपयोग परिवर्तन के लिए किसानों संग होगी निर्णायक वार्ता
मुख्य नगर नियोजक ने स्पष्ट किया कि जब तक शत-प्रतिशत भूमि का स्वामित्व प्राधिकरण के पास नहीं होगा, तब तक नियमानुसार भू-उपयोग परिवर्तन संभव नहीं है। इस पर उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने निर्देश दिए कि अब तक कितनी भूमि खरीदी गई, उसका विवरण तैयार किया जाए और शेष किसानों से बैठक कर समाधान निकाला जाए। अब 12 जुलाई को एक और अहम बैठक प्रस्तावित है, जिसमें किसानों के साथ बातचीत के जरिए अगला रास्ता तय किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद दौरे के दौरान इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में स्टेडियम निर्माण को तेज़ी देने के स्पष्ट निर्देश दिए थे।