गाजियाबाद (शिखर समाचार)
शहर को जलभराव से बचाने की जंग अब निगम ने मोर्चा संभालकर शुरू कर दी है। Municipal Commissioner की सख्ती के बाद पूरे गाजियाबाद में नालों की सफाई को युद्धस्तर पर अंजाम दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग, निर्माण शाखा और जलकल विभाग की टीमों ने संयुक्त रूप से फील्ड में उतरकर अभियान को ऑपरेशन क्लीन नाला में तब्दील कर दिया है।
इंदिरापुरम और मोहन नगर जोन इस सफाई मुहिम के मुख्य केंद्र बने हैं
इंदिरापुरम और मोहन नगर जोन इस सफाई मुहिम के मुख्य केंद्र बने हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश के मुताबिक इंदिरापुरम क्षेत्र में 12 बड़े नालों को मैन्युअल और मशीनों की मदद से साफ किया गया है। काला पत्थर के पास अतिक्रमण हटाकर पुलियों तक की सफाई कराई गई, जबकि मोहन नगर क्षेत्र के लगभग 70 प्रतिशत नालों से गाद निकाल दी गई है।
सबसे चुनौतीपूर्ण रहा RRTS नाला, जहां पक्का निर्माण सफाई में रोड़ा बना हुआ था। निगम की टीम ने मोर्चा संभालते हुए निर्माण हटवाया और करीब 8 टन सिल्ट बाहर निकाली गई। इसके अलावा कई ऐसे नालों को भी चिन्हित किया गया है जो अवैध निर्माण के नीचे दबे हुए हैं। ऐसे नालों को ‘पंचर’ कर सफाई पहुंचाई जा रही है।
नगर आयुक्त ने सफाई की प्रगति पर कड़ी निगरानी रखने के लिए विशेष कमेटी गठित की है
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नगर आयुक्त ने सफाई की प्रगति पर कड़ी निगरानी रखने के लिए विशेष कमेटी गठित की है, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी हर दिन रिपोर्ट ले रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अगले 10 दिनों में अधिकांश नाले पूरी तरह से साफ कर दिए जाएंगे। पांचों जोन में सफाई का ये अभियान तेजी से जारी है। महापौर ने भी शहरवासियों और व्यापारियों से अपील की है कि नालों पर जो अतिक्रमण उन्होंने खुद खड़ा किया है, उसे स्वेच्छा से हटाकर इस जनहित अभियान में सहयोग करें, ताकि इस मानसून में शहर को जलजमाव की समस्या से निजात मिल सके।