ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
अवैध नशे की बढ़ती प्रवृत्तियों पर लगाम कसने और युवाओं को इस घातक दलदल से बाहर निकालने के उद्देश्य से आज जनपद प्रशासन ने एक बड़ी पहल की। अंतरराष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मंगलेश दुबे की अध्यक्षता में नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी, एनजीओ प्रतिनिधि और संबंधित विशेषज्ञ शामिल हुए।
बैठक की शुरुआत जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार द्वारा जनपद में अब तक की गई कार्रवाई और उपलब्धियों की रिपोर्ट प्रस्तुत कर की गई। उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ लगातार छापेमारी, अभियान और जनजागरूकता की गतिविधियां चल रही हैं, लेकिन इस दिशा में सामूहिक प्रयासों की जरूरत है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी शिक्षण संस्थानों से एक नशा-मुक्त कैंपस की शपथ ली जाए
एडीएम प्रशासन मंगलेश दुबे ने बैठक में दो टूक कहा कि अब वक्त आ गया है कि नशे के विरुद्ध केवल कागजी योजनाएं नहीं, जमीनी स्तर पर ठोस क्रियान्वयन हो। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के सभी हॉस्टलों, पीजी, स्कूलों, कॉलेजों और युवाओं की आवाजाही वाले क्षेत्रों में औचक निरीक्षण हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी शिक्षण संस्थानों से एक नशा-मुक्त कैंपस की शपथ ली जाए और जो संस्थाएं इस मुहिम में आगे बढ़ें, उन्हें प्रशासन की ओर से सम्मानित भी किया जाए।
इस दौरान अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के उपलक्ष्य में तंबाकू उन्मूलन हेतु जन-जागरूकता कैलेंडर का विमोचन भी किया गया। इस कैलेंडर में तंबाकू सेवन के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्परिणामों के साथ-साथ तंबाकू छोड़ने के व्यावहारिक तरीकों की जानकारी दी गई है। तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की डॉ. श्वेता खुराना ने बताया कि इसमें गर्भस्थ शिशु पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से लेकर नवजात की सेहत पर तंबाकू के असर तक की जानकारी सरल भाषा में समाहित की गई है।
डिजिटल माध्यमों से जागरूकता अभियान और स्कूल स्तरीय क्लबों के गठन
बैठक में मौजूद अधिकारियों और स्वयंसेवी संगठनों ने अपने-अपने सुझाव रखते हुए नशे पर नियंत्रण के लिए समुदाय आधारित पहल, डिजिटल माध्यमों से जागरूकता अभियान और स्कूल स्तरीय क्लबों के गठन जैसे ठोस कदम उठाने पर बल दिया।
एडीएम प्रशासन ने बैठक के समापन पर सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि नशीले पदार्थों के स्रोतों की पहचान कर ठोस प्रवर्तन कार्रवाई की जाए, साथ ही इस मुहिम को मीडिया और जनसंचार के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचारित किया जाए, ताकि नशे के विरुद्ध एक जनांदोलन की नींव रखी जा सके।
इस अहम बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह
इस अहम बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह, समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, आबकारी विभाग, स्वास्थ्य इकाइयों, पुलिस विभाग और तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।