चेन्नई (शिखर समाचार) विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने एम आर पैलेस माधावराम में आयोजित एक बैठक में दावा किया कि देश में हर माह करीब दो लाख हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के तहत ईसाई या मुस्लिम बनाया जा रहा है। राय ने इसे एक संगठित साजिश करार देते हुए लव जिहाद, लैंड जिहाद और शिक्षा जिहाद जैसे तरीकों का हवाला दिया।
धर्मांतरण के शिकार पांच राज्यों के पीड़ितों ने गोपाल राय से मांगी मदद: धोखे और दबाव में बदल दिया धर्म
गोपाल राय ने बताया कि हाल ही में छांगुर बाबा प्रकरण के बाद पांच राज्यों कर्नाटक, मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से धर्मांतरण के पीड़ित उनसे संपर्क कर चुके हैं। उनका कहना है कि इन लोगों को धोखे, लालच, प्यार में फंसाकर और कई बार डराकर धर्म बदलने के लिए मजबूर किया गया।
विशेष रूप से तमिलनाडु में ईसाई मिशनरियों पर निशाना साधते हुए राय ने कहा कि हिंदू बहुल क्षेत्रों में ये मिशनरी प्रार्थना सभाओं के माध्यम से लोगों को आकर्षित कर उन्हें शिक्षा, नौकरी और चिकित्सा जैसी सुविधाओं का लालच देते हैं और धर्मांतरण करवाते हैं।
गोपाल राय का दावा: मुस्लिम धार्मिक ग्रंथों में जिहाद का संदेश, हिंदू समाज पर सांस्कृतिक आक्रमण की साजिश
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गोपाल राय ने यह भी दावा किया कि मुस्लिम धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि ईसा मसीह मुसलमानों के साथ मिलकर काफिरों के खिलाफ जिहाद करेंगे और वर्तमान परिस्थितियों में यह लग रहा है कि दोनों समुदाय अलग-अलग तरीकों से हिंदुओं के खिलाफ जिहाद कर रहे हैं। उन्होंने इसे न केवल धार्मिक असंतुलन की साजिश बताया बल्कि भारत की सांस्कृतिक जड़ों को खोखला करने का प्रयास भी करार दिया।
राय ने केंद्र और राज्य सरकारों से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यदि यह रोक नहीं गया तो भारत की पहचान खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे संगठित हों और इस सुनियोजित साजिश का मुकाबला करें। उनका कहना है कि धर्मांतरण रोकना अब केवल कानून का मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्र रक्षा का विषय बन गया है।
