रबूपुरा/ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। यमुना एक्सप्रेसवे के फलैदा कट क्षेत्र में गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन (भानू) के तत्वावधान में पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए। पंचायत में उपस्थित लोगों ने अपनी समस्याओं और मांगों को खुलकर रखा।
ठाकुर भानू प्रताप सिंह की चेतावनी: यमुना एक्सप्रेसवे पर किसानों को हो रही भारी असुविधा
पंचायत को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे पर किसानों के ट्रैक्टरों को शाम 5 बजे रोक दिया जाता है और अगले दिन सुबह 6 बजे तक आगे नहीं जाने दिया जाता। इससे किसानों को अपने कामकाज में भारी असुविधा और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि एरिया के गांव धनपुरा को जोड़ने वाले रास्ते को प्राधिकरण ने बंद कर दिया है, जिससे ग्रामीणों की आवाजाही प्रभावित हो रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि मेहंदीपुर, तीरथली और आस-पास के कई गांवों में सड़कें खस्ताहाल हैं, नालियां टूटी पड़ी हैं और बिजली की आपूर्ति असंगठित है। ग्रामीण जर्जर हाइटेंशन लाइन, ट्रांसफार्मर की खराब स्थिति और बिजली की लगातार कटौती जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इसके बावजूद संबंधित विभाग इन समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा है।
ठाकुर भानू प्रताप सिंह का आरोप: टोल वसूली से किसान परेशान, वैकल्पिक रास्ते की जरूरत
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/mission-shakti-5-following-the-orders/
साथ ही ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने कहा कि जेवर तक जाने के लिए वैकल्पिक रास्ते बनाए बिना यमुना एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा बनाकर ग्रामीणों से टोल वसूला जा रहा है, जो किसानों के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।
पंचायत की सूचना मिलते ही यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेन्द्र सिंह और जेवर एसडीएम अभय सिंह सहित अन्य अधिकारी पहुंचे और किसानों की समस्याओं को सुना। किसानों ने उपस्थित अधिकारियों को अपनी चिंताओं और सुझावों का एक ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर संगठन के जिला अध्यक्ष राजकुमार नागर, अशोक सिंह, रहीश खान, शाकिब खां, ताहिर और आबिद सहित अन्य संगठनकर्ता भी मौजूद रहे और उन्होंने किसानों के हितों के लिए उठाई गई आवाज का समर्थन किया। पंचायत में ग्रामीणों और किसानों ने अपनी मांगों को दृढ़ता से रखा, ताकि यमुना एक्सप्रेसवे और आसपास के क्षेत्रों में उनके जीवन और खेती की समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जा सके।