नई दिल्ली (शिखर समाचार)
दिल्ली के द्वारका सेक्टर 13 में 26 से 28 सितंबर तक आयोजित ‘दिल्ली गरबा महोत्सव 2025’ ने इस बार न केवल नृत्य प्रेमियों को झूमने का अवसर दिया, बल्कि दिल्ली के पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को भी नई पहचान दी। इस आयोजन का संचालन नित्य अनुभूति मीडिया द्वारा किया गया और इसे दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग का सहयोग प्राप्त रहा।
गरबा-डांडिया की रंगीन कार्यशाला
इस महोत्सव में प्रमुख आकर्षण रही जी टीवी के लोकप्रिय शो ‘डांस इंडिया डांस’ की उपविजेता, सुश्री श्रद्धा शाह, जिन्होंने सूरत से आकर प्रतियोगियों के लिए गरबा-डांडिया की विशेष कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला में पारंपरिक और आधुनिक नृत्य शैलियों का संगम देखने को मिला, जिससे प्रतियोगियों ने नृत्य कला में दक्षता बढ़ाई।
पहले दिन, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने कार्यक्रम स्थल पर माता दुर्गा के दर्शन किए और महोत्सव की पारंपरिक और सांस्कृतिक गुणवत्ता की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नवरात्रि केवल उत्सव नहीं, बल्कि मां दुर्गा की आराधना का पवित्र अवसर है। उन्होंने गरबा महोत्सवों में आस्था को मुख्य मानदंड बताते हुए कहा कि यह आयोजन केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि भक्ति भाव के साथ होना चाहिए।
महोत्सव में समाहित भक्ति और नृत्य
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27 और 28 सितंबर को महोत्सव का माहौल और भी जीवंत रहा। महाराष्ट्र से आए गरबा-डांडिया कलाकार अनुरूप कविरत्न और साहित्य कविरत्न ने श्रद्धा शाह के साथ मिलकर प्रतियोगियों को नृत्य के पारंपरिक और आधुनिक मूव्स सिखाए। इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि गजेन्द्र सोलंकी ने मां दुर्गा को समर्पित कविताओं से महोत्सव में भक्तिपूर्ण उत्साह भर दिया। उन्होंने दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग को महोत्सव सहयोग के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में शिक्षा, प्रशासन और व्यवसाय जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हुईं। दिल्ली विश्वविद्यालय के संयुक्त अधिष्ठाता देवेन्द्र सिंह, डीएवी कॉलेज के सांध्यक प्राचार्य रविन्द्र कुमार गुप्ता, पूर्व राजनयिक अनिल जोशी, कवि राजेश चेतन, यूजीसी की पूर्व सदस्य और शिक्षाविद् सुषमा यादव, तथा उद्योग जगत के प्रमुख जी.के. केडिया और डॉ. सी.एम. भगत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और कलाकारों एवं प्रतियोगियों को सम्मानित किया।
दिल्ली गरबा महोत्सव का धमाकेदार प्रचार
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दिल्ली गरबा महोत्सव का प्रचार दिल्ली और देशभर में बड़े पैमाने पर किया गया। शहर के 25 प्रमुख डिजिटल स्थानों और 50 से अधिक होर्डिंग्स के माध्यम से इस आयोजन की जानकारी आम जनता तक पहुंचाई गई। रेलवे स्टेशनों पर विशेष स्क्रीनिंग और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स द्वारा प्रचार ने महोत्सव की पहुंच को और व्यापक बनाया। प्रसिद्ध अभिनेता पद्मश्री मनोज जोशी और अतुल श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर इस महोत्सव को बढ़ावा दिया।
विदेशी दर्शकों की भी खास उपस्थिति रही। फिजी के पूर्व सांसद राजनील प्रताप और होंडुरास की मिस रूथ ने महोत्सव में सक्रिय भागीदारी दिखाई। उन्होंने न केवल गरबा में झूमकर आनंद लिया, बल्कि दिल्ली के पर्यटन स्थलों जैसे इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, लालकिला, अक्षरधाम मंदिर और लोटस टेम्पल की सराहना की। मिस रूथ ने कृष्ण भजन भी प्रस्तुत कर महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय रंग का समावेश किया।

‘दिल्ली गरबा महोत्सव 2025’ ने इस वर्ष न केवल नृत्य प्रेमियों को अपनी कला दिखाने का मंच प्रदान किया, बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग की नई दिशा भी तय की। आयोजन के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि पारंपरिक उत्सव और आधुनिक पर्यटन को जोड़कर एक समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव प्रस्तुत किया जा सकता है।