मेरठ (शिखर समाचार) कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर शुक्रवार को पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने बागपत और हापुड़ जनपद के समस्त पुलिस अधीक्षकों, अपर पुलिस अधीक्षकों, क्षेत्राधिकारियों, थानाध्यक्षों व शाखा प्रभारियों के साथ गूगल मीट के माध्यम से मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी की। इस वर्चुअल बैठक में अपराध रोकथाम, लंबित विवेचनाओं के निस्तारण और आगामी त्यौहारों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
डीआईजी के सख्त निर्देश: अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए बनाई गई नई रणनीति
बैठक में डीआईजी ने निर्देश दिए कि गैंगस्टर, गुण्डा और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत प्रभावी कार्रवाई की जाए। सभी सीओ को आदेशित किया गया कि गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही कर अपराधियों पर नकेल कसें। एडिशनल एसपी को हर पंद्रह दिन में निरोधात्मक कार्रवाई की समीक्षा करने को कहा गया। स्नैचिंग व पुराने अपराधों में संलिप्त लोगों की जांच कर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की निगरानी और सक्रिय अपराधियों के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोले जाने पर भी विशेष जोर दिया गया। गंभीर अपराधों के खुलासे के लिए अलग-अलग टीमें गठित करने के आदेश दिए गए। रंजिशन हत्याओं की रोकथाम के लिए थानाध्यक्षों को विवादित मामलों की सूची तैयार कर चिन्हीकरण करने और जमीनी विवादों पर समय रहते निरोधात्मक कदम उठाने की हिदायत दी गई।
डीआईजी का सख्त संदेश: फायरिंग और भैंसा दौड़ पर कड़ी नजर, परिवहन नियमों की उल्लंघन पर कार्रवाई
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डीआईजी ने कहा कि फायरिंग के प्रकरणों और भैंसा दौड़ जैसे मामलों में किसी प्रकार की लापरवाही न हो, पूर्व के अपराधों का अध्ययन कर पहले ही कड़े कदम उठाए जाएं। परिवहन व्यवस्था पर निगरानी रखते हुए बसों को नियमों के अनुसार संचालित कराने और अनियमितता मिलने पर उन्हें बंद कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में यह भी सामने आया कि खेकड़ा सर्किल में गुण्डा एक्ट की कार्यवाही अपेक्षाकृत कम है। वहीं, हापुड़ में एनडीपीएस और गुण्डा एक्ट दोनों में कमी पाई गई है। इस पर संबंधित अधिकारियों को तुरंत समीक्षा कर कार्रवाई बढ़ाने के निर्देश मिले। सभी थानाध्यक्षों से कहा गया कि निरोधात्मक कार्यवाही, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी, एनबीडब्ल्यू की तामीली और अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता दें।
जनसुनवाई को प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
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जनसुनवाई को और अधिक प्रभावी बनाने पर भी जोर दिया गया। विशेष रूप से गढ़ सर्किल में अधिक फरियादी रेंज कार्यालय में आ रहे हैं, जिस पर क्षेत्राधिकारी को संवेदनशीलता के साथ ध्यान देने की हिदायत दी गई। लंबित विवेचनाओं के निस्तारण, महिला एवं नाबालिग अपराध पीड़ितों की बरामदगी और एससी/एसटी मामलों की शीघ्र विवेचना पूरी करने पर बल दिया गया।
त्यौहारों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी समीक्षा की गई। कांवड़ यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने पर अधिकारियों व पुलिसबल की सराहना करते हुए डीआईजी ने कहा कि आगामी गणेश मूर्ति विसर्जन और बारावफात जैसे आयोजनों में भी किसी प्रकार की चूक न हो। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने और सोशल मीडिया पर निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
सख्त अभियान और समयबद्ध निस्तारण: पुलिस कार्यों में सुधार के लिए नई रणनीतियां अपनाई गईं
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इसके साथ ही ऑपरेशन पहचान, ऑपरेशन विवेचना, ऑपरेशन एचएस, ऑपरेशन शस्त्र, ऑपरेशन जालसाज तथा ऑपरेशन कन्विक्शन जैसे अभियानों को और अधिक सख्ती से आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया। लंबित मुकदमों का समयबद्ध निस्तारण और एफआईआर दर्ज करने में किसी प्रकार की हीलाहवाली न बरतने की बात दोहराई गई।
बैठक में यह भी तय हुआ कि NCRP पोर्टल पर बेहतर कार्य करने वाले थानों को पुरस्कृत किया जाएगा जबकि खराब प्रदर्शन वाले थानों के अधिकारियों को अतिरिक्त प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
