नेहरू वर्ल्ड स्कूल गाजियाबाद में क्रियो-2025 का अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव धूमधाम से प्रारंभ

Rashtriya Shikhar
4 Min Read
The international cultural festival CRIO-2025 commenced with great enthusiasm at Nehru World School, Ghaziabad IMAGE CREDIT TO SCHOOL

गाजियाबाद (शिखर समाचार) ज्ञान, कला और सृजनशीलता का अद्भुत संगम देखने को मिला जब नेहरू वर्ल्ड स्कूल के प्रांगण में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव क्रियो-2025 का परचम लहराया। विद्यालय की रंग-बिरंगी साज-सज्जा और बच्चों के उत्साह ने वातावरण को उल्लासपूर्ण बना दिया। इस भव्य आयोजन का उद्घाटन स्कूल की एग्जीक्यूटिव हेड सुसन होम्स, निदेशक सोनल आनंद सिंह और निर्णायक मंडल के सदस्यों ने संयुक्त रूप से किया।

ऑनलाइन, ऑफलाइन और रिकॉर्डेड—तीन प्रारूपों में सजी ज्ञान व प्रतिभा की त्रिवेणी

ALSO READ:https://www.livehindustan.com/ncr/ghaziabad/story-traffic-confusion-in-ghaziabad-direction-boards-hidden-by-tree-branches-201756390639684.amp.html

एग्जीक्यूटिव हेड सुसन होम्स ने स्वागत भाषण में कहा कि इस प्रकार के उत्सव केवल प्रतियोगिता का माध्यम नहीं होते, बल्कि ये बच्चों की कल्पनाशक्ति को ऊँचाइयाँ देने, आत्मविश्वास जगाने और उनकी छुपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने का सशक्त मंच सिद्ध होते हैं। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों और शिक्षक-प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।

करीब एक माह तक चलने वाले इस महोत्सव की विशेषता यह है कि इसे ऑनलाइन, ऑफलाइन और रिकॉर्डेड वीडियो तीनों स्वरूपों में आयोजित किया जा रहा है। जहाँ 25 से 27 अगस्त तक ऑनलाइन प्रतियोगिताएँ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सम्पन्न हुईं, वहीं ऑफलाइन मुकाबले 28 अगस्त से 30 अगस्त तक विद्यालय परिसर में होंगे। रिकॉर्डेड प्रतियोगिताओं की प्रविष्टियाँ 7 अगस्त तक आमंत्रित की गई थीं।

उद्घाटन दिवस पर वैश्विक भागीदारी और निष्पक्षता की मिसाल, प्रतियोगिताओं में दिखा छात्रों का उत्साह

ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/serious-allegations-against-school-in-hapur/

कार्यक्रम में देश और विदेश के 168 स्कूलों से 3365 विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। कुल 56 प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित हो रही हैं जिनमें कला-कौशल, शिल्पकला, फोटोग्राफी, पर्यावरण व प्रौद्योगिकी, संगीत-नृत्य, वक्तृता, रचनात्मक लेखन, गणित और इतिहास जैसे विविध आयाम शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रतियोगिताएँ पूरी तरह प्रतिस्पर्धात्मक, कुछ गैर-प्रतिस्पर्धात्मक तथा कुछ मिश्रित स्वरूप की हैं।

उद्घाटन दिवस पर ऑफलाइन प्रतियोगिताओं की छह विधाएँ सम्पन्न हुईं जिनमें लंदन, यूएई, कतर, मालदीव, नेपाल, नार्वे सहित भारत के विभिन्न राज्यों दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और एनसीआर क्षेत्र के विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की। आयोजक विद्यालय ने निष्पक्षता की अनोखी मिसाल पेश करते हुए घोषणा की कि उसके विद्यार्थी अवश्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे, लेकिन उन्हें मिलने वाले पुरस्कार या स्थान को अगले स्थान पाने वाले विद्यालयों के साथ साझा किया जाएगा।

देश-विदेश के नामचीन विद्यालयों ने बढ़ाया प्रतियोगिता का वैश्विक परिदृश्य

ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/induction-program-held-at-sharda-university/

प्रतियोगिता में शामिल प्रमुख विद्यालयों में इनविक्टिस इंटरनेशनल स्कूल अमृतसर, बा अटोल स्कूल मालदीव, जम्स इंग्लिश हाई स्कूल (यूएई), नॉर्थ लंदन कॉलेजिएट (लंदन), राजश्री गुरुकुल नेपाल, सेठ आनंदराम जयपुरिया (लखनऊ), आचार्य विद्याकुला (मैसूर), आर्मी पब्लिक स्कूल (फिरोजपुर व पूणे), एस्कर इंटरनेशनल (नॉर्वे), खेतान स्कूल, शाइनिंग स्टार इंटरनेशनल स्कूल (अबूधाबी), डीएलएफ साहिबाबाद, जीडी गोयनका, सालवान पब्लिक स्कूल, डीपीएस इंटरनेशनल, सेंट जेवियर हाई स्कूल, बाल भारती पब्लिक स्कूल सहित एनसीआर के अनेक नामचीन विद्यालयों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक के.पी. सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का वास्तविक उद्देश्य किशोर पीढ़ी को वह मंच देना है जहाँ वे न केवल अपनी कलात्मक और बौद्धिक क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकें बल्कि आत्मचिंतन कर अपनी आंतरिक प्रतिभाओं को दुनिया के सामने रख सकें। क्रियो-2025 का यह उत्सव केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि संस्कृतियों का संगम और विचारों का आदान-प्रदान बनकर उभर रहा है, जो आने वाले दिनों में गाजियाबाद ही नहीं बल्कि पूरे देश-विदेश के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।

Share This Article
Leave a comment