Soybean crop damaged in Raisen: शिवराज सिंह चौहान ने खेतों में किया औचक निरीक्षण, जांच समिति गठित

Rashtriya Shikhar
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Soybean crop damaged in Raisen; Shivraj Singh Chouhan conducted a surprise inspection in the fields, and an inquiry committee has been formed IMAGE CREDIT TO PIB

रायसेन (शिखर समाचार)
रायसेन ज़िले के छीरखेड़ा गाँव में किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। सोयाबीन की लहलहाती फसल एक ही झटके में बर्बाद हो गई। शिकायतें जब बढ़ीं तो केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद अचानक खेतों में पहुंच गए। सैकड़ों किसानों और अधिकारियों के बीच मंत्री ने जब हालात देखे तो तस्वीर बेहद चिंताजनक थी जहाँ सोयाबीन होना चाहिए था वहाँ खरपतवार खड़े थे और पूरी फसल झुलस चुकी थी। किसानों ने साफ कहा कि यह नुकसान एक कंपनी की दवा डालने के बाद हुआ है।

छीरखेड़ा में झुलसी फसलें, मंत्री शिवराज बोले—दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई, किसानों को मिलेगा न्याय

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मौके पर ही चौहान ने कहा कि यह मामला सिर्फ एक खेत का नहीं है, बल्कि कई किसान इसी समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। चौहान ने कहा कि किसान की फसल खत्म हो जाए तो उसकी जिंदगी ही खत्म हो जाती है। किसानों को न्याय दिलाना मेरी प्राथमिकता है और नुकसान की जिम्मेदारी कंपनी की होगी।

तुरंत ही भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) को जांच समिति बनाने का निर्देश दिया गया। समिति की बागडोर जबलपुर स्थित खरपतवार अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. जे.एस. मिश्रा को सौंपी गई है। अटारी जोन-9 के निदेशक डॉ. एस.आर.के. सिंह, रायसेन-विदिशा जिले के कृषि उप संचालक और कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख इस समिति में सदस्य रहेंगे। यह टीम 18 अगस्त को मौके पर जाकर हर पहलू की गहराई से जांच करेगी और दोषी पर कार्रवाई का रास्ता तय करेगी।

नकली कृषि उत्पादों पर nationwide एक्शन, किसानों को मिलेगा मुआवज़ा और न्याय: चौहान

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चौहान ने यह भी कहा कि किसानों को गुमराह करने वाली कंपनियों के खिलाफ देशव्यापी मुहिम छेड़ी जाएगी। नकली कीटनाशक, खाद और बीज बेचने वालों पर अब शिकंजा कसेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि रायसेन कृषि विज्ञान केंद्र की पहले की रिपोर्ट सही नहीं थी, इसलिए इस बार नई वैज्ञानिक टीम वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करेगी।

गाँव के किसानों ने राहत की सांस ली कि उनकी आवाज़ सीधे केंद्र तक पहुँची है। चौहान ने भरोसा दिलाया कि किसानों को आर्थिक मदद और न्याय दोनों मिलेंगे। खेतों की इस त्रासदी ने सरकार को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कृषि क्षेत्र में नकली और खतरनाक उत्पाद बेचने वाले गिरोहों को समाप्त करना बेहद ज़रूरी है।

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