लखनऊ (शिखर समाचार)। उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में एक बार फिर से बड़ा फेरबदल किया गया है। राज्य सरकार ने सोमवार देर रात 10 जिलों के जिलाधिकारियों को बदलते हुए नई प्रशासनिक टीम की तैनाती की। इस बदलाव ने जहां एक ओर अनुभवी अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिले सौंपे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ उभरते चेहरों को पहली बार ज़िला प्रमुख की ज़िम्मेदारी दी गई है।
DM की नियुक्तियों में RR अफसरों का दबदबा, 2016 बैच को नज़रअंदाज़ किए जाने पर उठे सवाल
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/ias-ravindra-kumar-mandar-become-dm-ghaziabad/
गौर करने वाली बात यह है कि इस बार जिन अधिकारियों को डीएम बनाया गया है, उनमें अधिकतर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के डायरेक्ट रिक्रूट यानी आरआर (RR) अफसर हैं। कुल 10 में से 8 डीएम ऐसे हैं जो सीधे संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के माध्यम से चयनित होकर आईएएस बने हैं, जबकि 2 अधिकारी राज्य सेवा (SCS) से पदोन्नत होकर आईएएस बने और अब जिलाधिकारी के रूप में तैनात हुए हैं।
ताज़ा फेरबदल में 2015 बैच के आईएएस अधिकारियों को ज़िम्मेदारी दी गई है, जबकि 2016 बैच के किसी भी अफसर को मौका नहीं मिलना, नौकरशाही के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्र बताते हैं कि प्रदर्शन और अनुभव के आधार पर ही नियुक्ति की गई है, ना कि केवल बैच सीनियरिटी को देखते हुए।
कई नए चेहरों को मिली DM की कमान, आलोक यादव को नहीं मिली तैनाती; देखें पूरी सूची
सबसे अहम बात यह रही कि आईएएस आलोक यादव, जिनका नाम संभावित जिलाधिकारियों की सूची में चर्चा में था, इस बार तैनाती से चूक गए। वहीं कुछ अफसर ऐसे रहे जिन्हें पहली बार जिलाधिकारी बनने का अवसर मिला है, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
इस फेरबदल में जिन अधिकारियों को नई ज़िम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं, उनकी सूची इस प्रकार है। आईएएस दीपक मीना को गोरखपुर का नया डीएम बनाया गया है। आईएएस रविन्द्र कुमार मंदार को ग़ाज़ियाबाद की कमान सौंपी गई है। आईएएस मनीष वर्मा अब प्रयागराज के डीएम होंगे। आईएएस मेधा रूपम को नोएडा (गौतमबुद्धनगर) की ज़िम्मेदारी दी गई है। आईएएस प्रणय सिंह को कासगंज में जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। आईएएस कपिल सिंह को कानपुर देहात भेजा गया है। आईएएस अक्षय त्रिपाठी अब बहराइच के डीएम होंगे। आईएएस अमनदीप डुली को ललितपुर का डीएम बनाया गया है। आईएएस पवन कुमार गंगवार को मिर्जापुर की ज़िम्मेदारी मिली है। आईएएस प्रियंका निरंजन को गोंडा में जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है।
सरकार के इस कदम को प्रशासनिक मजबूती की दिशा में अहम माना जा रहा है। कई जिलों में लंबे समय से तैनात डीएम को हटाकर यह संकेत दिया गया है कि परिणामोन्मुखी काम ही प्राथमिकता है।
बड़े जिलों में नई टीम से बड़ी उम्मीदें, सरकार का सख्त संदेश: प्रदर्शन करो, वरना कुर्सी छोड़ो
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/ias-medha-rupam-appointed-as-new-dm-of-noida/
इस बदलाव के बाद अब सभी की निगाहें इन नए डीएमों के कार्यशैली और निर्णय लेने की गति पर होंगी। खासकर गोरखपुर, प्रयागराज, नोएडा और ग़ाज़ियाबाद जैसे बड़े जिलों में नई नेतृत्व टीम से अपेक्षाएं भी कहीं अधिक हैं।
प्रशासनिक हलकों में यह भी चर्चा है कि ये तबादले एक बड़े फेरबदल की शुरुआत मात्र हैं। आने वाले महीनों में कई और जिलों में परिवर्तन किए जा सकते हैं। राज्य सरकार का साफ संदेश है प्रदर्शन करो, वरना कुर्सी छोड़ो। यूपी के मौजूदा राजनीतिक और विकासपरक माहौल में ये नियुक्तियां प्रशासन की रीढ़ को मज़बूती देने के रूप में देखी जा रही हैं। जनता को उम्मीद है कि नए डीएम विकास कार्यों में गति लाएंगे, जनता से संवाद बनाएंगे और कानून-व्यवस्था को चुस्त बनाए रखने में कोई कोताही नहीं बरतेंगे।