नई दिल्ली/गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद अब केवल विकास नहीं, बल्कि सौंदर्य और समावेश की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है। शहर को एक नए रूप में ढालने की दिशा में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने वास्तुकला परिषद (Council of Architecture – COA) के साथ हाथ मिलाया है। सोमवार 7 जुलाई को नई दिल्ली में दोनों संस्थाओं के बीच एक औपचारिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह करार सिर्फ एक दस्तावेज़ नहीं बल्कि शहर की रचना में रचनात्मकता के रंग भरने का प्रारंभिक अध्याय है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों पर प्राधिकरण की त्वरित पहल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद दौरे के दौरान दी गई इस बात को प्रमुखता से रखा था जिस पर प्राधिकरण ने इसकी रूपरेखा तैयार की है, जिसमें उन्होंने गरीब व असहायों के लिए उत्सव भवनों के निर्माण और प्रमुख चौराहों-जंक्शनों की सुंदरता को बढ़ाने का स्पष्ट संदेश दिया था। इसी दिशा में GDA और COA मिलकर अब प्रतियोगिताएं आयोजित करेंगे, जिनमें देशभर के वास्तुविद, छात्र और डिज़ाइन संस्थान हिस्सा लेंगे।
डिज़ाइन प्रतियोगिताओं से मिलेगा उत्सव भवनों और शहर के जंक्शनों को नया चेहरा
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समझौते के तहत COA तकनीकी मार्गदर्शन देगा और प्रोफेशनल आर्किटेक्ट्स व छात्रों को इस रचनात्मक प्रयास से जोड़ेगा, वहीं GDA आयोजन की समस्त व्यवस्थाओं, पुरस्कार राशि और निर्णायक मंडल की व्यवस्थाओं का दायित्व निभाएगा। प्रतियोगिता 7 जुलाई 2025 से आरंभ होकर 18 अगस्त 2025 तक चलेगी। इस दौरान न केवल डिज़ाइन प्रस्तुत किए जाएंगे, बल्कि गाजियाबाद की सोच और स्वरूप दोनों में परिवर्तन की नींव डाली जाएगी।
यह समझौता प्रारंभ में एक वर्ष के लिए प्रभावी रहेगा, जिसे भविष्य में आपसी सहमति से विस्तारित किया जा सकता है। शहर की पहचान अब केवल उसके इन्फ्रास्ट्रक्चर से नहीं, बल्कि उसकी वास्तुकला, सांस्कृतिक सौंदर्य और समावेशी दृष्टिकोण से भी होगी। GDA और COA की यह साझेदारी एक ऐसे गाजियाबाद की ओर संकेत करती है जो टिकाऊ, आकर्षक और सामाजिक रूप से समरस हो।