मुरादनगर (शिखर समाचार) ITS Dental College मुरादनगर एक बार फिर चिकित्सा नवाचारों का केंद्र बनकर उभरा, जहां पेरियोडॉटोलॉजी विभाग ने गाइस्टलिच इंडिया के सहयोग से एक दिवसीय सीडीई एवं कार्यशाला का सफल आयोजन किया। यह विशेष सत्र पेरियो-स्कल्प्ट: हार्ड एवं सॉफ्ट टिशू ऑग्मेंटेशन अराउंड टीथ एंड इम्प्लांट्स विषय पर केंद्रित रहा, जिसने छात्रों और प्रोफेशनल्स को दंत चिकित्सा के उन्नत तरीकों से रूबरू कराया।
शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित पेरियोडॉन्टोलॉजी व इम्प्लांटोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. फरहान दुर्गानी, ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर पी चड्ढा, वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मंच पर ग्रुप के सचिव भूषण कुमार अरोड़ा, डायरेक्टर-प्रिंसिपल डॉ. देवी चरण शेट्टी, संस्थान के सभी डीन, विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ दंत चिकित्सक भी मौजूद रहे।
आधुनिक दंत चिकित्सा में प्रशिक्षण का नया अध्याय बनी कार्यशाला
कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों से आए 130 से अधिक बीडीएस व एमडीएस छात्रों के साथ-साथ अनुभवी दंत चिकित्सकों ने सहभागिता की। डॉ. दुर्गानी ने अपने व्याख्यान में हार्ड टिशू ऑग्मेंटेशन, गाइडेड बोन रिजनरेशन, आधुनिक ग्राफ्टिंग तकनीकें और सॉफ्ट टिशू मैनेजमेंट जैसे जटिल विषयों को सरलता से प्रस्तुत किया। इसके बाद हुए लाइव डेमो व हैंड्स-ऑन सेशन में प्रतिभागियों ने इन प्रक्रियाओं को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव कर, अपने कौशल को और अधिक समृद्ध किया।
लाइव डेमो और हैंड्स-ऑन सेशन ने बढ़ाई प्रतिभागियों की समझhttps://rashtriyashikhar.com/discussion-focused-on-between-ai-and-humanity/
कार्यशाला न केवल एक शैक्षणिक मंच सिद्ध हुई, बल्कि यह नवाचार और व्यावहारिक प्रशिक्षण का ऐसा संगम बनी, जिसने प्रतिभागियों को दंत चिकित्सा के भविष्य के लिए तैयार किया।
