मुरादनगर (शिखर समाचार)।
ग्रामीण क्षेत्र की जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लंबे समय से सक्रिय विकास संघर्ष समिति ने रविवार को स्थानीय स्तर पर एक विशेष धन्यवाद प्रेस कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर समिति ने पत्रकारों के उस योगदान को रेखांकित किया, जिसके सहारे आमजन की आवाज सरकार और प्रशासन तक मजबूती से पहुंची।
तीन दशकों से जनता की आवाज़: पाइप लाइन क्षेत्र समिति ने जनहित के लिए पत्रकारों के साथ मिलकर हासिल की बड़ी सफलताएं
समिति के सचिव सलेक भैया ने बताया कि वर्ष 1996 में पाइप लाइन क्षेत्र के ग्रामों की समस्याओं को लेकर समिति का गठन किया गया था। तीन दशकों से अधिक समय से चल रहे इस आंदोलन में पत्रकारों ने जनहित के मुद्दों को अपने माध्यम से उठाकर समिति की लड़ाई को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता की इस निष्पक्षता और निडरता के चलते समिति ने कई बड़े जनहित मामलों में सफलता हासिल की। इनमें फरुखनगर के पास हिण्डन नदी पर पुल निर्माण, एक्सप्रेस-हाईवे से प्रभावित किसानों को मुआवजा, गाजियाबाद नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड को भीक्कनपुर से हटाने जैसी प्रमुख उपलब्धियां शामिल हैं।
समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकारों को प्रतीक चिन्ह और धन्यवाद पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। आयोजन में समिति अध्यक्ष चौधरी आजाद प्रमुख, संरक्षक पं. सीताराम शर्मा (अध्यक्षता) और एडवोकेट बी.सी. बंसल (संचालन) विशेष रूप से मंचासीन रहे।
समारोह में पत्रकारों का जोरदार सहयोग: राकेश मोहन गोयल से लेकर अमित कुमार तक कई नाम शामिल
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/fear-of-losing-lover-turns-girlfriend-into-killer/
समारोह में राकेश मोहन गोयल, ब्रह्मपाल सिंह, चन्द्रशेखर त्यागी, हरभजन सिंह, विजय भूषण त्यागी, जितेन्द्र कुंडू, राशिद अल्वी, प्रमोद शर्मा, अबसार उल-हक, शहजाद इलाही, रीता प्रसाद, संजय तिवारी, अमित त्यागी, महमूद अली, अनिल त्यागी, कमलदीप सिंह, रजनीश शर्मा, दीपक त्यागी, अमित कुमार और विशेष नागर सहित कई पत्रकारों ने भागीदारी की।
विकास संघर्ष समिति के पदाधिकारियों प्रवीन त्यागी, आकाश प्रधान, कृष्ण देव आर्य प्रधान, शिवराज त्यागी, बूटन त्यागी, बृजपाल सिंह निमेश, सुबोध त्यागी, आदेश शर्मा, सतीश सैनी प्रधान, अरुण नागर, आर्य मन्नू त्यागी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। इस अवसर पर समिति पदाधिकारियों ने कहा कि पत्रकार समाज के लिए दर्पण का काम करते हैं। यदि मीडिया सहयोग न करता तो जनहित के इन आंदोलनों को कभी वह सफलता नहीं मिल पाती, जो आज क्षेत्र की जनता को हासिल हुई है। समिति ने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में भी ग्रामीण समस्याओं को उठाने का क्रम लगातार जारी रहेगा।