गाजियाबाद (शिखर समाचार)|
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने पहल पोर्टल की प्रगति की समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान पोर्टल पर डेटा फीडिंग की स्थिति और लिपिकों के बीच कार्य विभाजन का आकलन किया गया। समीक्षा के बाद उपाध्यक्ष ने धीमी प्रगति पर नाराज़गी जताते हुए पोर्टल को और सार्थक एवं पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिए।
लिपिकों की तैनाती में बदलाव: जोनवार और स्कीमवार आधार पर नई दिशा
समिति यह विचार करेगी कि लिपिकों की तैनाती भवन, भूखंड अथवा व्यवसायिक अनुभागों के बजाय जोनवार या स्कीमवार आधार पर की जाए। बड़े प्रोजेक्ट्स में पॉकेटवार तैनाती पर भी विचार किया जाएगा। समिति को दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है, जिसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
पहल पोर्टल पर आवंटियों की निगरानी: डिफाल्टर को मिलेगी तत्काल नोटिस
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/delhi-garba-festival-to-rock-from-september/
बैठक में यह भी स्पष्ट निर्देश दिए गए कि पहल पोर्टल पर अपडेट के दौरान जिन आवंटियों को डिफाल्टर पाया जाए, उन्हें तत्काल नोटिस सर्व किया जाए। साथ ही सुपरवाइजर्स यह सुनिश्चित करेंगे कि वर्तमान में जिस संपत्ति पर नाम दर्ज है, वहाँ वही व्यक्ति निवास कर रहा है या नहीं। यदि कोई अन्य व्यक्ति रह रहा है तो संबंधित परिवार को रिकॉर्ड में म्यूटेशन कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उपाध्यक्ष ने कहा कि इस प्रक्रिया से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि प्राधिकरण को राजस्व की भी प्राप्ति होगी, जिसे पहल पोर्टल को और प्रभावी बनाने में लगाया जाएगा। साथ ही अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि निर्धारित समयानुसार कार्य में प्रगति नहीं हुई तो उनका वेतन बाधित कर दिया जाएगा।