नोएडा (शिखर समाचार) अंतरराष्ट्रीय वैश्य संगठन की अगुवाई में सोमवार को नोएडा की धरती विराट वैश्य महासम्मेलन की गूंज से सराबोर रही। उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से लेकर पश्चिमी यूपी के कोने-कोने से वैश्य समाज के लोग भारी संख्या में यहां जुटे। भीड़ का आलम यह रहा कि आयोजन स्थल जनसैलाब में बदल गया और मंच से लेकर पंडाल तक वैश्य एकता का नजारा साफ दिखाई दिया।
वैश्य महासम्मेलन में एकजुटता का जोरदार संकल्प
कार्यक्रम में शिरकत करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज की संख्या करोड़ों में है, बावजूद इसके राजनीति में हमारी मौजूदगी बेहद सीमित है। उन्होंने आह्वान किया कि अब समय आ गया है जब हमें अपनी ताकत को पहचानकर राजनीति में प्रभावी भागीदारी दर्ज करानी होगी।
दर्जा राज्यमंत्री कैप्टन विकास गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्य समाज लंबे समय से पिछड़ाव का शिकार है। यदि हमें अपने समाज को सुरक्षित और सशक्त बनाना है तो राजनीतिक चेतना जगानी होगी और एकजुट होकर मजबूती से खड़ा होना होगा।
वैश्य महासम्मेलन में सामाजिक सुधारों पर जोर
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सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल, पूर्व मंत्री नितिन गुप्ता समेत कई बड़े नेता और समाज के दिग्गज शामिल हुए। मंच से समाज की दशा और दिशा पर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। इनमें समाज की एकजुटता, महिला सशक्तिकरण, युवाओं के रोजगार व शिक्षा की सुविधा, विवाह और सामाजिक परंपराओं में सुधार, कोर्ट केसों का पंचायत स्तर पर निपटारा, व्यापारी टास्क फोर्स का गठन और जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा में विशेष सहूलियत जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
महासम्मेलन में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज में होने वाले शादियों और तेरहवीं जैसे आयोजनों में दिखावे और फिजूलखर्ची को हतोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा विवाह-विच्छेद (तलाक) की स्थिति में अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप और संपत्ति विवाद पर रोक लगाने का भी आह्वान किया गया।
वैश्य समाज का विराट महासम्मेलन: गरिमा, एकता और राजनीतिक संकल्प की नई इबारत
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सम्मेलन की गरिमा बढ़ाने वालों में संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विनय अग्रवाल, उपाध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल, सुधीर पौरवाल, महेश बाबू गुप्ता, एडवोकेट कुणाल गर्ग, सत्य नारायण गोयल, अमित पौरवाल, मुनीश गर्ग, शशि जिंदल, शैलेन्द्र बरनवाल, मनोज गुप्ता, सचिन गुप्ता और नवीन गर्ग जैसे प्रमुख नाम शामिल रहे।
मोदीनगर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, खतौली, बुलंदशहर, अलीगढ़, ग्रेटर नोएडा, दनकौर, जेवर, इटावा, मथुरा, दिल्ली, फरीदाबाद, सोनीपत और बहरोड़ समेत कई जिलों से हजारों की तादाद में लोग पहुंचे। इस विराट महासम्मेलन ने न केवल वैश्य समाज की मजबूती को रेखांकित किया बल्कि भविष्य की राजनीति और सामाजिक सरोकारों में समाज की बढ़ती भूमिका का स्पष्ट संदेश भी दे दिया।