गाजियाबाद (शिखर समाचार)। नगर आयुक्त के पद पर विक्रमादित्य सिंह मलिक के 2 साल शानदार पूर्वक पूर्ण होने पर निगम अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने शुभकामनाएं दी, तथा शहर हित में चल रहे कार्यों पर भी चर्चा की। नगर आयुक्त ने शहर की स्वच्छता को बढ़ाने तथा सौंदर्यकरण पर विशेष कार्यवाही करने की योजना साझा करते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए। 24 महीने में गाजियाबाद नगर निगम को शासन से लगभग 1000 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी मिली। शहर के विकास की बढ़ती रफ्तार को बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त ने टीम को मोटिवेट किया।
गाजियाबाद नगर निगम का हाईटेक विकास: डिजिटल सिस्टम्स और करोड़ों के प्रोजेक्ट्स से बेहतर सेवा सुनिश्चित
इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर, 311 एप्लीकेशन, व्हीकल ट्रैकिंग मॉनिटरिंग सिस्टम, माई जीएनएन व अन्य के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम को हाईटेक की ओर बढ़ाया गया, जिससे जन समस्याओं के समाधान में तेजी आए। निगम की कार्यशैली को भी रफ्तार मिली है, जिसमें बायोडायवर्सिटी पार्क, उपवन योजना, जोनल ऑफिस विजय नगर, एनिमल बर्थ एंड कंट्रोल सेंटर, कार्क्स प्लांट, स्पोर्ट्स कंपलेक्स, नगर निगम मुख्यालय, वर्किंग वूमेन हॉस्टल, सीनियर सिटीजन केयर सेंटर, सीएमग्रिड फेस 1 एंड 2, ग्रीन मुंशीपाल बॉन्ड के अंतर्गत टीएसटीपी प्लांट, हरित शवदाह गृह, विजयनगर जोन गंगा जल आपूर्ति का कार्य व अन्य 1000 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट शासन से स्वीकृत कराए गए। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि शहर हित में आगे भी बेहतर कार्य करने के लिए योजना बनाई जा रही है। विशेष रूप से सौंदर्यकरण पर निगम कार्य कर रहा है।
गाजियाबाद में सजेगा नए मुख्य प्रवेश द्वार का स्वरूप, निगम की आर्थिक मजबूती और स्वच्छता अभियान को मिली नई ऊर्जा
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शहर के मुख्य एंट्री गेट को बनाने के लिए प्रस्ताव शासन के समक्ष भेजे जा चुके है और प्रमुख चौराहों का सौंदर्यकरण भी जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन में कराया जाएगा। इंदिरापुरम हैंड ओवर, ब्लूमबर्ग आदि कार्य किए गए है। निगम की आय को 200 करोड़ से बढ़ाकर 600 तक हों गई है। निगम की देनदारी 300 करोड़ से घटकर 60 करोड़ पर आ गई है। वहीं नगर निगम का बजट बढ़कर 3722 पहुंचा गया है। इसके अलावा स्वच्छ मोहल्ला स्क्वाड, ब्लूमबर्ग मेयर चैलेंज 2025, कार्बन क्रेडिट या स्वच्छ भारत मिशन आदि पर बेहतर तरीके से कार्य किया जा रहा है।
