हापुड़ (शिखर समाचार)।
हापुड़ में जमीन के फर्जी बैनामों के जरिए भोले-भाले लोगों को ठगने वाले संगठित गिरोह की जड़ें पुलिस ने एक बार फिर उखाड़ दी हैं। थाना हापुड़ नगर पुलिस ने 20-20 हजार रुपये के इनामी दो फरार ठगों को धर दबोचा है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। इन दोनों की गिरफ्तारी से न सिर्फ कई पुराने मामलों की कड़ियां जुड़ी हैं, बल्कि ठगी के इस गहरे जाल के और भी पहलू सामने आने की उम्मीद है।
मोस्ट वांटेड गिरफ़्तार: इनामी रौनू और निशांत को पुलिस ने मोदीनगर रोड से दबोचा
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बाबूगढ़ क्षेत्र के अयादनगर निवासी रौनू पत्नी अमन और भंडगपुर निवासी निशांत पुत्र इंद्रपाल के रूप में हुई है। ये दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे और इनकी गिरफ्तारी पर 2 जुलाई को इनाम घोषित किया गया था। पुलिस टीम ने इन्हें मोदीनगर रोड ब्लॉक के पास से दबोचा।
एसपी कुंवर ज्ञान्जय सिंह ने बताया कि यह गिरोह खाली पड़ी जमीनों को अपनी बताकर, कूटरचित व जाली दस्तावेजों के सहारे उन्हें बेचने का झांसा देता था। बहाना होता था बीमारी, आर्थिक तंगी या पारिवारिक परेशानी, लेकिन मकसद सिर्फ एक किसी भी कीमत पर लोगों की मेहनत की कमाई हड़पना। ठगों का यह गिरोह फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि के जरिए नाम-पता तक बदल लेता था और शिकार बनने वाले अधिकतर लोग सीमित साधनों से जीवन यापन करने वाले मेहनतकश परिवार थे।
फर्जी बैनामा गिरोह का पर्दाफाश: अब तक 16 ठगी की वारदातें, आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी जेल में
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गिरोह ने अब तक 16 से अधिक फर्जी बैनामे तैयार कर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है और इनसे संबंधित करीब आधा दर्जन मुकदमे थाना हापुड़ नगर में दर्ज हैं।
इससे पहले इसी नेटवर्क के छह अन्य ठग देवेन्द्र त्यागी उर्फ गुल्लू (चमरी), रोहताश (सुभाष नगर), संजीत, जगरोशनी, लक्ष्मी (भंडगपुर) और चंद्रप्रकाश (न्यू गांधी विहार, हापुड़) पहले ही जेल की सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं। पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है और जिन पीड़ितों ने अब तक शिकायत नहीं की, उनसे आगे आकर मदद करने की अपील की जा रही है ताकि इस जालसाज गिरोह की अंतिम कड़ी भी कानून के शिकंजे में लाई जा सके।