भोपाल (शिखर समाचार) 20 अगस्त 2025
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने आज अपने नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 का शुभारंभ अभ्युदय कार्यक्रम से किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में दादा माखनलाल चतुर्वेदी की 12 फीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण किया और पौधरोपण कर नए सत्र की शुरुआत को स्मरणीय बना दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पत्रकारिता को बताया समाज के विकास का मार्गदर्शक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकार समाज की दिशा और दशा तय करने में हमेशा से अहम भूमिका निभाता आया है। उन्होंने बताया कि देवर्षि नारद से लेकर आधुनिक युग तक पत्रकारिता का सार लोककल्याण में ही निहित है। मुख्यमंत्री ने रामायणकालीन प्रसंगों का उल्लेख करते हुए हनुमान जी को एक खोजी पत्रकार की तरह प्रस्तुत किया और कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने तीन दशकों से अधिक समय में राष्ट्र को अनेक योग्य पत्रकार दिए हैं, जिन्होंने मीडिया की दुनिया में नए मानक गढ़े हैं।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रख्यात कवि व वक्ता डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि आने वाली पत्रकार पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती विश्वास को कायम रखने की है। उन्होंने कहा कि आज भी समाज छपे और बोले गए शब्दों पर भरोसा करता है, इसलिए पत्रकारिता की सबसे बड़ी पूंजी उसकी विश्वसनीयता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि तटस्थ रहकर लिखना ही असली पत्रकारिता है। डॉ. विश्वास ने पश्चिमी विचारों की अंधी नकल से बचने और भारतीय ज्ञान परंपरा पर गर्व करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने रामायण के अनेक प्रसंगों से उदाहरण देते हुए पत्रकारिता के संदर्भ में संचार, निर्भीकता और नैतिकता के महत्व को रेखांकित किया।
उद्घाटन दिवस पर विशेषज्ञों ने सॉफ्ट स्किल्स और आधुनिक तकनीकों पर जोर दिया
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उद्घाटन दिवस पर वरिष्ठ संपादक व लेखक एन. रघुरामन ने विद्यार्थियों को सॉफ्ट स्किल्स की अहमियत समझाई। उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए व्यवहार, संवाद और संयम सबसे आवश्यक हैं। वहीं वरिष्ठ फिल्मकार आशीष कुलकर्णी ने मीडिया में बदलती तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में क्षेत्रीय भाषा सामग्री, वीडियो और वॉइस मीडिया की दिशा तय करेंगे।
विश्वविद्यालय की पूर्व छात्राओं निधि परमार, जूही कुलश्रेष्ठ और स्वाति कौशिक ने भी अपने अनुभव साझा किए। विभिन्न सत्रों का संचालन विनय उपाध्याय, प्रो. सीपी अग्रवाल, डॉ. अविनाश वाजपेयी और डॉ. अनीता सोनी ने किया। कार्यक्रम के समापन पर कुलसचिव डॉ. पी. शशिकला ने आभार व्यक्त किया।
कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने नए विषयों और पत्रकारिता विरासत पर पहल की घोषणा की
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इस अवसर पर कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने घोषणा की कि विश्वविद्यालय अब एआई, डीपफेक और साइबर सुरक्षा जैसे नए विषयों पर पाठ्यक्रम शुरू करेगा। उन्होंने बताया कि परिसर में देश के प्रमुख समाचार पत्रों की दुर्लभ घटनाओं से जुड़े प्रथम पृष्ठों की गैलरी भी स्थापित की गई है, जिससे विद्यार्थियों को पत्रकारिता की विरासत का अनुभव मिलेगा।
डॉ. कुमार विश्वास ने अपने वक्तव्य में कहा कि पत्रकारिता केवल खबर लिखने का कार्य नहीं है, यह राष्ट्रधर्म निभाने का माध्यम है। युवाओं को चाहिए कि वे अध्ययनशील बनें और अपने जीवन से पत्रकारिता की विश्वसनीयता को प्रमाणित करें।
