हापुड़ (शिखर समाचार) नगर की सांस्कृतिक धरोहर और हिंदी की गरिमा को हापुड़ के समाजसेवी दंपत्ति अरुण अग्रवाल व सविता अग्रवाल ने अमेरिका में एक विशेष मंच पर नई पहचान दिलाई। डलास सीनियर सेंटर में संस्था सदाबहार सीनियर क्लब के सहयोग से प्रस्तुत देशभक्ति आधारित हिंदी नाटिका “विजयी विश्व तिरंगा” ने वहां मौजूद सैकड़ों दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस कार्यक्रम ने न सिर्फ प्रवासी भारतीयों में अपनी मिट्टी की खुशबू पहुंचाई बल्कि विदेशी दर्शकों को भी भारतीय संस्कृति की गहराई का अनुभव कराया।
रेडियो रूपक शैली में नाटिका ‘नाटिका’: कलाकारों ने बिखेरा कला का जादू, निर्देशन में डॉ. हरीश नवल की खास छाप
जानकारी के अनुसार नाटिका को रेडियो रूपक शैली में संवादों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों को अद्वितीय अनुभव दिया। मंचन में अरुण अग्रवाल, सविता अग्रवाल, गाजियाबाद से दिनेश वर्मा, बेंगलुरु से डॉ. आभा सिंघवी और दिल्ली से डॉ. स्नेह सुधा नवल व डॉ. हरीश नवल ने अपनी कला से सभी का दिल जीत लिया। इस नाटिका का लेखन और निर्देशन स्वयं डॉ. हरीश नवल ने किया था।
तिरंगे की महिमा से गूंजा सभागार: भारतीय और अमेरिकन दर्शकों ने भावुक होकर दी जोरदार तालियां
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कार्यक्रम के दौरान जब मंच से तिरंगे की महिमा और राष्ट्रभक्ति की गूंज उठी तो सभागार तालियों से थर्रा उठा। भारतीय मूल के लोगों की आंखें गर्व से चमक उठीं और अमेरिकन दर्शक भी भावनाओं में डूबकर इसकी प्रशंसा करते दिखे। यह भी उल्लेखनीय है कि हापुड़ निवासी अरुण अग्रवाल व उनकी पत्नी सविता अग्रवाल पिछले दो वर्षों से अमेरिका में रहकर सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। उनके इस प्रयास ने साबित कर दिया कि अपनी भाषा और संस्कृति की जड़ें चाहे जहां भी हों, वे हमेशा लोगों के दिलों तक पहुंच ही जाती हैं।