आईजीआरएस प्रकरणों पर जीडीए उपाध्यक्ष के तेवर सख़्त, जनता की शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं

Rashtriya Shikhar
2 Min Read
Strict Stance of GDA Vice-Chairman on IGRS Cases; No Tolerance for Negligence in Resolving Public Complaints IMAGE CREDIT TO AUTHORITY

गाजियाबाद (शिखर समाचार)।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने आईजीआरएस (IGRS) प्रकरणों और हेल्पलाइन पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में ज़ोनल अधिकारियों और उनकी टीमों की कार्यशैली की गहन समीक्षा की गई।

प्रकरण निस्तारण में तेजी, लेकिन गुणवत्ता पर उपाध्यक्ष ने जताई कड़ी नाराजगी

ALSO READ:https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/ghaziabad/news/ghaziabad-police-recovered-mobiles-worth-rs-1-crore-135862576.html

पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 6967 प्रकरणों में से 6832 का निस्तारण किया जा चुका है, जबकि बैठक के समय केवल 135 प्रकरण लंबित पाए गए। हालांकि, एक निस्तारित प्रकरण की गुणवत्ता बेहद खराब मिलने पर उपाध्यक्ष ने कड़ी नाराज़गी जताई और संबंधित अधिकारी के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी तरह हेल्पलाइन से आई शिकायत का संतोषजनक समाधान न करने पर भी एक अधिकारी पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

“उपाध्यक्ष ने प्रशासनिक सुधारों के निर्देश दिए, गुणवत्ता समीक्षा को बनाया प्राथमिकता

ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/ramlila-preparations-with-bhoomi-pujan/

उपाध्यक्ष ने ओएसडी राजीव रतन सिंह को प्रशासनिक कार्यों को और अधिक गंभीरता से संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिशासी अभियंताओं को नियमित बैठक कर प्रकरणों की गुणवत्ता की समीक्षा करने और शासन एवं डीएम कार्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप ही समाधान सुनिश्चित करने के आदेश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही सामने आने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण जनता की शिकायतों और समस्याओं के समाधान को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Share This Article
Leave a comment