ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिसरख क्षेत्र के डूब ज़ोन में अवैध निर्माण पर बड़ी कार्यवाही करते हुए करीब 25 हज़ार वर्ग मीटर जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराया। बुधवार सुबह शुरू हुई यह कार्रवाई लगभग दो घंटे तक चली, जिसमें प्राधिकरण की टीम ने बुल्डोज़र चलवाकर गैरक़ानूनी निर्माण ध्वस्त कर दिए।
प्राधिकरण का कड़ा रुख, अवैध कब्ज़े पर चला सख्त अभियान—नक्शा और अनुमति के बिना निर्माण बर्दाश्त नहीं
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प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध कब्ज़ा या बिना अनुमति निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनकी हिदायत पर टीम ने डूब क्षेत्र में सक्रिय कालोनाइज़रों की गतिविधियों पर नकेल कसते हुए ज़मीन को साफ कराया।
अभियान का नेतृत्व एसीईओ सुमित यादव ने किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति यदि बिना नक्शा पास कराए या अनुमति लिए निर्माण करता है तो उसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। साथ ही लोगों से अपील की गई कि ज़मीन ख़रीदने से पहले प्राधिकरण से अनुमोदन और ज़रूरी विवरण अवश्य प्राप्त कर लें।
अवैध प्लॉटिंग पर प्राधिकरण की सख्त कार्रवाई, बिसरख गांव में जेसीबी से तोड़े निर्माण
प्राधिकरण के महाप्रबंधक ए.के. सिंह ने जानकारी दी कि बिसरख गांव के खसरा संख्या 112 और 113 में कालोनाइज़र अवैध प्लॉटिंग कर कॉलोनी विकसित करने की कोशिश कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही प्राधिकरण ने तीन जेसीबी और दो डंपरों की मदद से कार्रवाई की। इस दौरान ओएसडी रामनयन सिंह, वर्क सर्किल-3 प्रभारी राजेश निम, प्रबंधक नागेंद्र सिंह और रोहित गुप्ता भी पुलिस, प्रशासन एवं पीएसी बल के साथ मौजूद रहे।
लगभग दो घंटे चले इस अभियान में अवैध निर्माण पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए। प्राधिकरण ने साफ संकेत दिया है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी और किसी भी व्यक्ति को नियम तोड़कर निर्माण की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
