लखनऊ/ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर विकास की रफ्तार बढ़ाने के अपने मंसूबों को ज़मीन पर उतारने के लिए बड़ा दांव खेला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद और नतीजों पर फोकस करने वाले आईएएस अधिकारी राकेश कुमार सिंह को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) का नया मुख्य कार्यपालक अधिकारी बनाया गया है। यही नहीं उन्हें जेवर एयरपोर्ट जैसी मेगा परियोजना का प्रभारी भी नियुक्त कर सरकार ने संकेत दे दिया है कि अब इन दोनों रणनीतिक परियोजनाओं में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम कार्यालय में सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे राकेश कुमार सिंह की प्रशासनिक पहचान स्पष्ट सोच
अब तक सीएम कार्यालय में सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे राकेश कुमार सिंह की प्रशासनिक पहचान स्पष्ट सोच, तेज फैसले और बेहतर तालमेल वाली कार्यशैली के रूप में जानी जाती है। उनकी इस नई तैनाती को राज्य सरकार के इरादों की स्पष्ट अभिव्यक्ति माना जा रहा है, जिसमें गौतमबुद्ध नगर को उत्तर भारत की आर्थिक राजधानी में तब्दील करने का पूरा रोडमैप तैयार है।
जेवर एयरपोर्ट सिर्फ एक एयरपोर्ट नहीं, बल्कि उत्तर भारत की आर्थिक शक्ति का भविष्य है। देश का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनकर उभर रहा यह प्रोजेक्ट अब निर्माण के निर्णायक चरण में पहुंच चुका है, जिसमें हर कदम पर फुर्ती, पारदर्शिता और निवेशकों के साथ तालमेल जरूरी है। इसीलिए सरकार ने इस अहम मोर्चे पर ऐसे अफसर को उतारा है जो न केवल सिस्टम की बारीकियों को समझता हो, बल्कि हर लेवल पर डिलीवरी भी करवा सके।
YEIDA का दायरा अब पुराने औद्योगिक प्लॉट अलॉटमेंट से बहुत आगे बढ़ चुका
दूसरी ओर YEIDA का दायरा अब पुराने औद्योगिक प्लॉट अलॉटमेंट से बहुत आगे बढ़ चुका है। अब ये इलाका एरोस्पेस से लेकर इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माण, लॉजिस्टिक्स, डिफेंस कॉरिडोर और स्मार्ट टाउनशिप जैसी भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने वाला ज़ोन बन चुका है। इसमें निवेशकों की लंबी कतार है और सरकार को चाहिए ऐसा नेतृत्व जो हर ज़रूरत पर तेज़ रेस्पॉन्स दे सके और हर प्रस्ताव को जमीनी हकीकत तक पहुंचा सके।
राकेश कुमार सिंह 2004 बैच के अनुभवी आईएएस हैं https://rashtriyashikhar.com/bjps-mann-ki-baat-new-definition/
राकेश कुमार सिंह 2004 बैच के अनुभवी आईएएस हैं और वे पूर्व में राजस्व, शहरी विकास, श्रम और वाणिज्य जैसे अहम विभागों में काम कर चुके हैं। उनकी पहचान एक ऐसे अफसर के रूप में है जो पारदर्शिता, तेज़ी और समन्वय को प्रशासनिक संस्कृति का हिस्सा बनाते हैं। सरकार को उनसे उम्मीद है कि वे न सिर्फ जेवर एयरपोर्ट को तय समयसीमा में पूरा करवाएंगे, बल्कि यीडा में निवेशकों के लिए सिस्टम को सरल और तेज़ बनाएंगे, और स्थानीय लोगों के हितों का संतुलन भी बनाए रखेंगे।
ये नियुक्ति सिर्फ दो जिम्मेदारियों का ट्रांसफर नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के भविष्य की दिशा तय करने वाली कड़ी है। आने वाले समय में यीडा और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की यह जुगलबंदी उत्तर प्रदेश के विकास नक्शे पर एक नया चमकता सितारा बन सकती है और राकेश कुमार सिंह उस सितारे के पीछे की