Social Media सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, अब सोच में क्रांति का नाम है : माउंट आबू से उभरी नई चेतना की आवाज़

Rashtriya Shikhar
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Social media is not just on screens anymore IMAGE CREDIT TO BRAHMAKUMARIS

माउंट आबू (शिखर समाचार)
डिजिटल दुनिया अब केवल मनोरंजन की सीमा में नहीं, बल्कि जनचेतना का विराट मंच बन चुकी है ऐसी आवाज़ बुलंद हुई ब्रह्मकुमारीज द्वारा आयोजित चार दिवसीय सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स रिट्रीट के उद्घाटन सत्र में। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि सोशल मीडिया अब एक आंदोलन है, जो जिम्मेदारी की मांग करता है।

वायरल कंटेंट नहीं, भारत की आत्मा जगाने वाला कंटेंट चाहिए

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उन्होंने कहा कि हमारा कंटेंट वायरल भर न हो, वह भारत की आत्मा को भी जगाए। एल्गोरिद्म के इशारों पर नहीं, दिल की सच्ची बातों पर भरोसा करें यही कंटेंट को संपूर्ण बनाता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि एक रिंग लाइट और कैमरा सिर्फ तस्वीर नहीं बनाते, वे समाज में रोशनी और दिशा भी बिखेर सकते हैं।

इस अवसर पर मंच से प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर जाह्नवी सिंह ने कहा कि वे शास्त्र, संस्कृति और साड़ी इन तीन धाराओं के ज़रिए भारत की आत्मा को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने इसे भारतबोध की यात्रा बताया।

सत्य और सकारात्मकता से ही स्थायी सफलता संभव है” — डिजिटल क्रिएटर्स और ब्रहमकुमारीज का समाज सुधार में योगदान

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फिल्म अभिनेता व डिजिटल क्रिएटर कुलदीप सिंहानिया ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सच्चाई पर टिके रहकर मिली सफलता ही स्थायी सुख देती है। उन्होंने सभी क्रिएटर्स से आग्रह किया कि वे सकारात्मक संवाद का विस्तार करें।

ब्रहमकुमारीज के जनसंपर्क अधिकारी बीके कोमल ने स्वागत वक्तव्य में बताया कि इस आयोजन में देश भर से आए 350 से अधिक सोशल मीडिया प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जो डिजिटल माध्यम की शक्ति को समाज के हित में मोड़ने का संकल्प लेकर जुटे हैं। संचालन डॉ. बीके रीना ने किया।

यह आयोजन केवल विचारों का मंच नहीं, बल्कि डिजिटल युग में आध्यात्मिकता और सामाजिक जिम्मेदारी के संगम की मिसाल बन रहा है।

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