नोएडा (शिखर समाचार)। उत्तर प्रदेश का औद्योगिक नक्शा अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छू रहा है। गौतम बुद्ध नगर जिले के सेक्टर-81 में शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिलकर देश की उभरती हुई ड्रोन मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी राफे एम फाइबर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर देश की तीनों सेनाओं के लिए अत्याधुनिक ड्रोन, इंजन और तकनीकी सिस्टम बनाने वाले इस उद्योग को आत्मनिर्भर भारत अभियान का महत्वपूर्ण पड़ाव बताया गया।
शक्ति ही शांति का आधार : सीएम योगी ने डिफेंस इंडस्ट्री को दी हर सुविधा की गारंटी, कहा- ताकतवर ही धरती का भागीदार
कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, सांसद डॉ. महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर सहित बड़ी संख्या में रक्षा क्षेत्र और उद्योग जगत से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कंपनी के सीईओ विशाल मिश्रा और विवेक मिश्रा की सराहना करते हुए कहा कि युद्ध की बदलती रणनीतियों ने हमें तैयारियों का नया सबक दिया है। उन्होंने कहा कि शक्ति ही शांति का आधार है। जब शस्त्र और शास्त्र का संतुलन होता है, तभी राष्ट्र सशक्त होता है। उत्तर प्रदेश सरकार डिफेंस इंडस्ट्री को हर सुविधा उपलब्ध कराएगी। जिस भूमि और संसाधन की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार तत्परता से उपलब्ध कराएगी। उन्होंने इस अवसर पर वीर भोग्या वसुंधरा के मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि ताकतवर ही धरती का भागीदार होता है।
रक्षा मंत्री बोले- मिश्रा बंधु बने प्रेरणास्रोत, नोएडा कर रहा है डिफेंस सेक्टर में नए युग की शुरुआत
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/municipal-corporation-will-build-a-sports/
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युवा उद्यमियों मिश्रा बंधुओं को देश के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में इतना बड़ा सपना साकार करना केवल साहस ही नहीं, बल्कि नवाचार की ताकत का उदाहरण है। आज उत्तर प्रदेश, विशेषकर नोएडा, डिफेंस सेक्टर में नई सोच और नई ऊर्जा का केंद्र बन रहा है। जिस प्रदेश की पहचान कभी अपराध से जुड़ी रहती थी, वहीं आज स्टार्टअप्स, आईटी पार्क और फिल्म सिटी के साथ रक्षा उत्पादन का नया अध्याय लिख रहा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि बदलते समय में ड्रोन युद्ध नीति का अहम हिस्सा बन चुके हैं। रूस-यूक्रेन संघर्ष ने इसकी महत्ता साबित कर दी है। उन्होंने कहा कि भारत अब विदेशी तकनीक का मोहताज नहीं, बल्कि ड्रोन टेक्नॉलॉजी का निर्माता बन रहा है। तकनीकी साम्राज्यवाद के इस दौर में आत्मनिर्भरता ही हमारी ढाल है और नवाचार ही हमारी ताकत।
नोएडा बना रक्षा स्वावलंबन का नया गढ़, अदृश्य ड्रोन तकनीक से भारत को मिली भविष्य की वॉरफेयर रणनीतियों में बढ़त
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/vijay-nagar-police-has-solved-the-case/
कंपनी के सीईओ ने बताया कि उनकी टीम ऐसे ड्रोन बना रही है जिन्हें न तो राडार पकड़ सकेगा और न ही उपग्रह ट्रैक कर पाएंगे। इन ड्रोन का उपयोग भविष्य की वॉरफेयर रणनीतियों में किया जाएगा। रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने उत्पादन इकाई का निरीक्षण किया और ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए ड्रोन का प्रदर्शन भी देखा।
इस लोकार्पण ने न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के रक्षा उद्योग को एक नई दिशा दी है। नोएडा अब केवल औद्योगिक नगरी ही नहीं, बल्कि भारत के रक्षा स्वावलंबन का नया गढ़ बनने की ओर अग्रसर है।
