ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)।
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में निजी शैक्षणिक संस्थानों और छात्रावासों की अव्यवस्था तथा सुरक्षा खामियों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला प्रशासन के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में हुई एक जघन्य वारदात का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह एक छात्र ने खुलेआम हथियार का इस्तेमाल कर अपने साथी छात्र की हत्या कर दी, उसने पूरे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
बिना निगरानी के हॉस्टल-पेइंग गेस्ट बने खतरा
एबीवीपी ने ज्ञापन में यह स्पष्ट किया कि ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों हॉस्टल और पीजी संचालित हैं, जिनमें से अधिकांश का न तो कोई पंजीकरण है और न ही वे प्रशासन द्वारा तय मानकों का पालन कर रहे हैं। कई छात्रावासों में बिना सत्यापन के संदिग्ध और बाहरी व्यक्तियों को जगह दी जा रही है, जिससे असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि अवैध हथियारों की सहज उपलब्धता भी छात्रों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है।
सौंपे गए ज्ञापन में परिषद ने प्रशासन से पाँच प्रमुख मांगें रखी जिसमें ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में उच्च स्तरीय जांच कमेटी का तत्काल गठन। प्रत्येक माह सभी हॉस्टलों और पीजी का औचक निरीक्षण। सभी छात्रावासों और पीजी का अनिवार्य पंजीकरण और अवैध संचालन पर सख्त कार्रवाई। प्रत्येक हॉस्टल व संस्थान में सीसीटीवी, प्रवेश रजिस्टर और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था। शैक्षणिक संस्थानों के भीतर और आसपास सुरक्षा बलों की नियमित गश्त।
अब नहीं चाहिए लापरवाही की कीमत
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एबीवीपी का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते ठोस कदम उठाए, तो भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सकता है।
इस मौके पर विभाग संयोजक वैभव मिश्रा, प्रांत संयोजक सविष्कार वैभव श्रीवास्तव, प्रांत मीडिया संयोजक अभिनव वत्स, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य राज जादोन और नगर मंत्री अमन मिश्रा समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।