मुरादनगर (शिखर समाचार)। शिक्षा और शोध को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में आईटीएस डेंटल कॉलेज में दो दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट एवं स्किल्स एनहैंसमेंट प्रोग्राम का आयोजन हुआ। इस विशेष कार्यक्रम का विषय सिस्टेमैटिक रिव्यू एवं मेटा-एनालिसिस रखा गया था, जिसमें देशभर से आए 100 से अधिक शिक्षकों व शोधकर्ताओं ने भागीदारी की।
आईटीएस डेंटल कॉलेज में दो दिवसीय研शिक्षक विकास कार्यक्रम: सिस्टेमैटिक रिव्यू और मेटा-एनालिसिस पर वैज्ञानिक प्रशिक्षण
कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के डायरेक्टर-प्रिंसिपल डॉ. देवी चरण शेट्टी ने मुख्य अतिथि सेंटर फॉर अर्ली चाइल्डहुड कैरीज़ के प्रोफेसर एवं एचओडी डॉ. एम.एस. मुथु का स्वागत कर किया। उद्घाटन सत्र में बोलते हुए डॉ. मुथु ने कहा कि सिस्टेमैटिक रिव्यू मेडिकल रिसर्च की नींव है, क्योंकि यह शोध की दिशा तय करने के साथ-साथ उसकी विश्वसनीयता को भी मजबूत बनाता है।
पहले दिन प्रतिभागियों को रिसर्च से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया गया। उन्हें पीआईसीओ फ्रेमवर्क, वैज्ञानिक डेटाबेस की खोज की विधियां, आलोचनात्मक मूल्यांकन के टूल्स तथा स्टैटिस्टिकल सॉफ्टवेयर की कार्यप्रणाली का विस्तृत प्रशिक्षण मिला। साथ ही प्रैक्टिकल सेशंस में प्रतिभागियों को रिसर्च वर्क की बारीकियां सीखने का अवसर दिया गया।
सरकारी अनुदानों से शोध को मिलेगा नया विस्तार: आईटीएस डेंटल कॉलेज कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और सराहना
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/up-trade-show2025-dm-medha-rupam-takes-charge/
दूसरे दिन डॉ. मुथु ने भारत सरकार द्वारा शोध कार्य के लिए उपलब्ध विभिन्न वित्तपोषण एजेंसियों और आईसीएमआर अनुदानों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सरकार युवा शोधकर्ताओं को लगातार प्रोत्साहन दे रही है, जिससे देश में उच्च गुणवत्ता वाले रिसर्च कार्यों को गति मिल रही है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। इस मौके पर उपस्थित फैकल्टी व मेहमानों ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए आईटीएस-दी एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर.पी. चड्ढा और वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा का आभार प्रकट किया तथा उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार के ज्ञानवर्धक आयोजन लगातार जारी रहेंगे।