रियो डी जेनेरियो/नई दिल्ली (शिखर समाचार)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ब्राजील दौरा भावनाओं और सांस्कृतिक गौरव से भरा एक विशेष अध्याय बन गया, जब रियो डी जेनेरियो में भारतीय समुदाय ने उनका ऐतिहासिक स्वागत किया। अपने पारंपरिक पहनावे, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और भारत माता की जय के नारों के साथ सजे इस समारोह ने प्रधानमंत्री को गहराई से प्रभावित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस आत्मीय स्वागत को लेकर अपनी भावनाएं सार्वजनिक मंच पर साझा करते हुए कहा कि यह देखकर बेहद खुशी होती है कि ब्राजील में बसे भारतीय न केवल अपनी परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं, बल्कि भारत की प्रगति को लेकर भी बेहद संवेदनशील और प्रतिबद्ध हैं।
भारतीयता की गूंज से सजी रियो की धरती
स्थानीय भारतीयों ने प्रधानमंत्री का स्वागत पारंपरिक नृत्यों, गीतों और तिरंगे के रंगों से सजे माहौल में किया। महिलाएं साड़ी और पुरुष कुर्ता-पायजामा में नजर आए, बच्चों ने वंदे मातरम् और जन गण मन गाकर माहौल को भावनात्मक बना दिया। हर तरफ देशभक्ति की गूंज और भारतीयता की गरिमा झलक रही थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि वे जहां कहीं भी रहते हैं, भारत की आत्मा और संस्कृति को संजोकर रखते हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह समुदाय भारत की वैश्विक साख को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
प्रवासी भारतीय, भारत के रणनीतिक साझेदार
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रियो में इस प्रकार का स्वागत केवल एक शिष्टाचार नहीं था, यह भारतीय समुदाय की उस गहरी भावना का प्रतीक था जो वे अपने मूल देश भारत के प्रति रखते हैं। पीएम मोदी की यात्रा ने इन भावनाओं को और मजबूती दी।
यह दौरा केवल कूटनीतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और जन-संवाद की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बन गया। प्रधानमंत्री के इस संवाद से यह स्पष्ट हुआ कि भारत सरकार प्रवासी भारतीयों को वैश्विक भारत के प्रतिनिधि और सांस्कृतिक सेतु के रूप में देखती है।
ब्राजील में बसे भारतीयों के लिए यह मुलाकात जीवनभर की स्मृति बन गई। प्रधानमंत्री के साथ बिताए क्षणों ने उन्हें फिर से भारत से जोड़ दिया दिल से, संस्कारों से और उम्मीदों से।