ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक और व्यवसायिक क्षमताओं को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने के लिए आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 का भव्य आयोजन 25 से 29 सितम्बर तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में होगा। इस संस्करण का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। प्रदेश सरकार और इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड (IEML) के संयुक्त प्रयासों से तैयार यह आयोजन उत्तर प्रदेश को वैश्विक व्यापार और सोर्सिंग का एक प्रमुख केंद्र बनाने का लक्ष्य रखता है।
उत्तर प्रदेश का निर्यात में क्रांतिकारी उन्नति
मीडिया वार्ता में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास एवं निर्यात संवर्धन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मंत्रों के तहत उत्तर प्रदेश ने निर्यात को दोगुना बढ़ाकर सभी अपेक्षाओं से बढ़कर प्रदर्शन किया है। यूपीआईटीएस 2025 स्थानीय उद्यमों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम बनेगा।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई), खादी एवं ग्रामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री राकेश सचान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (एमएसएमई) आलोक कुमार, जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मेधा रूपम और IEML के अध्यक्ष राकेश कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने यूपीआईटीएस 2025 मोबाइल एप और प्रदर्शक निर्देशिका का भी लोकार्पण किया।
उत्तर प्रदेश का व्यापारिक विकास: ODOP और यूपीआईटीएस के माध्यम से वैश्विक पहचान
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मंत्री नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से देश का सबसे कनेक्टेड और व्यवसाय-सुलभ राज्य बन रहा है, जिसमें 16 घरेलू और 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, 16000 किलोमीटर रेल नेटवर्क और आधुनिक एक्सप्रेसवे शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP)’ योजना और यूपीआईटीएस के माध्यम से प्रदेश के शिल्प और हस्तशिल्प को वैश्विक मान्यता मिली है।
एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने बताया कि हमारे स्थानीय उद्यम प्रदेश की अर्थव्यवस्था की धड़कन हैं। इस वर्ष रूस को पार्टनर कंट्री बनाया गया है, जिससे द्विपक्षीय व्यापार, तकनीकी आदान-प्रदान और दीर्घकालिक सहयोग को नया आयाम मिलेगा। यूपीआईटीएस 2025 एयरोस्पेस, ग्रीन हाइड्रोजन और वेलनेस जैसे उद्योगों के लिए नई संभावनाएँ खोलेगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक कुमार ने कहा कि इस संस्करण में 2,200 से अधिक प्रदर्शक और 80 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। अनुमानित आगंतुक संख्या बी2बी 1,25,000 और बी2सी 4,50,000 तक रहने की उम्मीद है। 1,10,000 वर्गमीटर क्षेत्र में आयोजित यह आयोजन स्थानीय नवाचार और वैश्विक व्यापार को जोड़ने का एक अद्वितीय मंच बनेगा।
IEML के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि यूपीआईटीएस अब केवल व्यापार का मंच नहीं बल्कि प्रदेश की औद्योगिक, सांस्कृतिक और नवाचार शक्ति का प्रदर्शन स्थल बन चुका है। यहाँ स्थानीय कारीगरों से लेकर वैश्विक निवेशकों तक सभी को अवसर मिलते हैं। इस वर्ष का थीम है अद्वितीय सोर्सिंग का अद्भुत मंच, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय खरीदार, घरेलू बी2बी और बी2सी खरीदार तीनों को एक साथ जोड़ा जाएगा। यह पहल उत्तर प्रदेश को 2047 तक 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की दिशा में एक मजबूत कदम के रूप में स्थापित करेगी।