मंगल पांडे की जयंती पर Prime Minister Modi ने किया नमन, कहा स्वतंत्रता संग्राम की मशाल जलाने वाले प्रथम योद्धा

Rashtriya Shikhar
2 Min Read
PM Modi pays tribute on Mangal Pandey’s birth anniversary. IMAGE CREDIT TO PM FILE

नई दिल्ली (शिखर समाचार)
देश की स्वतंत्रता की पहली चेतना को स्वर देने वाले अमर शहीद मंगल पांडे की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। प्रधानमंत्री ने मंगल पांडे को उस ज्वाला का प्रज्वलक बताया, जिसने ब्रिटिश शासन की नींव हिलाने का साहस सबसे पहले दिखाया। उन्होंने कहा कि पांडे जी का पराक्रम, बलिदान और राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा सदैव अगली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगल पांडे को दी श्रद्धांजलि, याद किया उनका साहस और बलिदान

ALSO READ: https://www.business-standard.com/india-news/delhi-gurgaon-commute-express-highway-corridor-traffic-corridor-plan-125071900354_1.html

Prime Minister Modi ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। वे ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देने वाले देश के अग्रणी योद्धा थे। उनके साहस और पराक्रम की कहानी देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।

1857 की क्रांति के पहले सिपाही के रूप में मंगल पांडे का अदम्य उत्साह

ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/pm-modi-seeks-blessings-from-sant-shakti/

1857 की प्रथम स्वतंत्रता क्रांति की ज्वाला को हवा देने वाले मंगल पांडे को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का पहला सिपाही माना जाता है। उनका विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध जनाक्रोश का प्रतीक बना, जिसने पूरे देश में आज़ादी की भावना को जन्म दिया। प्रधानमंत्री की ओर से आया यह श्रद्धांजलि संदेश न केवल उनके बलिदान की स्मृति को जीवित करता है, बल्कि युवाओं में देशभक्ति की भावना को भी पुनः जाग्रत करता है।

देशभर में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं में जागी देशभक्ति की भावना

ALSO RAED:https://rashtriyashikhar.com/disha-curriculum-will-now-be-in-country/

देशभर में आज विभिन्न संगठनों और संस्थानों द्वारा मंगल पांडे को श्रद्धांजलि दी गई। उनकी बहादुरी और बलिदान की गाथा को दोहराते हुए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जहाँ वक्ताओं ने उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्त की गई भावना ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्र आज भी अपने नायकों को श्रद्धा और गर्व के साथ स्मरण करता है।

Share This Article
Leave a comment