पोर्ट ऑफ स्पेन में Prime Minister Narendra Modi meets Trinidadian bhajan singer Rana Mohip, भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पण को बताया प्रेरणास्रोत

राष्ट्रीय शिखर
4 Min Read
Prime Minister Narendra Modi

Port Of Spain/नई दिल्ली (शिखर समाचार)
पोर्ट ऑफ स्पेन में आयोजित विशेष रात्रिभोज के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भेंट त्रिनिदाद और टोबैगो के सुविख्यात गायक राणा मोहिप से हुई, जिनकी पहचान एक समर्पित भारतीय सांस्कृतिक दूत के रूप में कैरेबियाई क्षेत्र में स्थापित है। इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने मोहिप की उस प्रस्तुति को विशेष रूप से स्मरण किया, जब उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर वैष्णव जन तो भजन गाकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय भावनाओं को स्वर प्रदान किया था।

पोर्ट ऑफ स्पेन में आयोजित रात्रिभोज में राणा मोहिप से मुलाकात की

प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि राणा मोहिप से मिलना अत्यंत सुखद रहा। उन्होंने लिखा कि पोर्ट ऑफ स्पेन में आयोजित रात्रिभोज में राणा मोहिप से मुलाकात की, जिन्होंने कुछ वर्ष पहले महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर वैष्णव जन तो गाया था। भारतीय संगीत और संस्कृति के प्रति उनका जुनून सराहनीय है।

राणा मोहिप त्रिनिदाद के उन चुनिंदा सांस्कृतिक व्यक्तित्वों में शामिल

राणा मोहिप त्रिनिदाद के उन चुनिंदा सांस्कृतिक व्यक्तित्वों में शामिल हैं, जिन्होंने दशकों से स्थानीय और वैश्विक मंचों पर भारतीय संगीत, भजन और शास्त्रीय परंपराओं को जीवित रखा है। वे अपनी प्रस्तुति शैली में भारतीय राग-रचना को समाहित कर, नई पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनकी प्रशंसा भारतीय संगीत के उन सुरों को मान्यता देने जैसा है, जो सीमाओं से परे भारतीयता की पहचान बने हुए हैं।

भारतीय मूल के प्रवासी समुदाय के उस योगदान को सम्मान देने का प्रतीक

यह मुलाकात केवल एक औपचारिक भेंट नहीं, बल्कि भारतीय मूल के प्रवासी समुदाय के उस योगदान को सम्मान देने का प्रतीक है, जो विश्वभर में भारतीय संस्कृति, मूल्यों और परंपराओं को जीवंत बनाए हुए हैं। राणा मोहिप का जीवन इस बात का प्रमाण है कि भारत की आत्मा जहां-जहां अपने लोग हैं, वहां-वहां स्पंदित होती है।

देश की सामाजिक और राजनीतिक संरचना का हिस्सा हैं

भारत और त्रिनिदाद के बीच सांस्कृतिक सेतु सदियों पुराने हैं, और यह मुलाकात उन संबंधों को भावनात्मक गहराई प्रदान करती है। त्रिनिदाद में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के नागरिक निवास करते हैं, जिनके पूर्वज गिरमिटिया प्रणाली के अंतर्गत यहां पहुंचे थे। आज वे न केवल इस देश की सामाजिक और राजनीतिक संरचना का हिस्सा हैं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़कर सांस्कृतिक विविधता को भी समृद्ध बना रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल एक सांस्कृतिक कूटनीतिक संकेत हैhttps://rashtriyashikhar.com/pm-modi-presented-a-replica-of-ram-temple/

प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल एक सांस्कृतिक कूटनीतिक संकेत है कि भारत अपनी सीमाओं के बाहर बसे भारतीय समुदाय को न केवल गर्व से देखता है, बल्कि उन्हें अपनी सांस्कृतिक पहचान का विस्तार मानता है। राणा मोहिप जैसे कलाकारों का सम्मान इस बात का प्रमाण है कि भारतीयता केवल एक भौगोलिक परिधि में सीमित नहीं, बल्कि वह एक भावना है जो संगीत, भजन और श्रद्धा के माध्यम से विश्वभर में गूंजती है।

Share This Article
Leave a comment