गाज़ियाबाद (शिखर समाचार) स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जहाँ पूरा देश आजादी के अमर पर्व का उल्लास मना रहा था, वहीं केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय गाज़ियाबाद ने समाज की जड़ों को और मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरक पहल की। कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत केनरा विद्या ज्योति योजना का आयोजन कर बैंक ने यह संदेश दिया कि सच्ची आज़ादी तभी सार्थक है जब समाज की हर बेटी शिक्षा की रोशनी से जगमगाए।
मेधावी छात्राओं को बढ़ावा: केनरा बैंक की छात्रवृत्ति योजना से आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की बेटियों को नया अवसर
केनरा बैंक के रुडसेटी प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित विशेष कार्यक्रम में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग की सरकारी स्कूलों की कुल 138 मेधावी छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। बैंक की इस योजना के तहत कक्षा 5 से 7 तक पढ़ने वाली छात्राओं को 3000 रुपये और कक्षा 8 से 10 तक की छात्राओं को 5000 रुपये प्रति छात्रा के रूप में प्रोत्साहन राशि दी गई। इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की प्रतिभाशाली बेटियों को आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराना है ताकि वे भविष्य में समाज की मुख्यधारा में और मजबूती से कदम रख सकें।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डासना ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान रीना रानी रहीं। मंच पर उनके साथ बैंक के वरिष्ठ अधिकारीगण सहायक महाप्रबंधक वाईजीबी गणेश, मंडल प्रबंधक मुकेश कुमार और वित्तीय समावेशन अनुभाग की प्रभारी नेहा मित्रा भी मौजूद रहे। सभी ने संयुक्त रूप से छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरण कर उनका उत्साह बढ़ाया।
केनरा बैंक की सामाजिक प्रतिबद्धता और शिक्षा की शक्ति पर जोर
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कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के स्वागत से हुई। इसके बाद अपने संबोधन में सहायक महाप्रबंधक वाईजीबी गणेश ने कहा कि केनरा बैंक केवल वित्तीय सेवाएं प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समाज के विकास में सक्रिय भागीदार भी है। उन्होंने कहा कि ग्राहक सेवा हमारे बैंक की आत्मा है। वित्तीय समावेशन के जरिए हम आमजन तक बैंकिंग सुविधाएं पहुँचाकर देश की आर्थिक प्रगति को गति देने का कार्य कर रहे हैं। केनरा बैंक सदैव यह मानता है कि शिक्षा ही समाज को सशक्त बनाने की नींव है। इसी सोच के तहत बैंक ने यह छात्रवृत्ति योजना चलाई है और आने वाले समय में भी ऐसी पहलों को निरंतर आगे बढ़ाता रहेगा।
ग्राम प्रधान रीना रानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बेटियों की शिक्षा में निवेश ही सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंने बैंक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की योजनाएँ ग्रामीण क्षेत्रों की बच्चियों के लिए जीवन बदलने वाली साबित होती हैं। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि छात्रवृत्ति को केवल आर्थिक सहयोग न मानें, बल्कि इसे अपनी पढ़ाई में और मेहनत करने की ऊर्जा समझें।
अभिभावकों के चेहरे पर खुशी और गर्व: छात्रवृत्ति से बेटियों के सपनों को मिले नए उड़ान
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कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों की आँखों में गर्व और संतोष साफ झलक रहा था। उन्हें लगा कि उनकी बेटियों की मेहनत को मान्यता मिली है और अब वे शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ पाएंगी। छात्रवृत्ति पाकर छात्राओं ने भी उत्साह के साथ कहा कि इस सहयोग से उनके सपनों को नई दिशा मिलेगी और वे और मेहनत से पढ़ाई कर अपने परिवार व समाज का नाम रोशन करेंगी।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें बैंक के अधिकारियों ने यह वादा किया कि केनरा बैंक भविष्य में भी शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज के उत्थान से जुड़ी योजनाओं को आगे बढ़ाता रहेगा।
