ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
उत्तर प्रदेश सरकार ने उद्यमियों के लिए बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि आगामी 9 से 16 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी 75 जिलों में आठ दिवसीय ट्रेड शो आयोजित किए जाएंगे। यह पहला अवसर होगा जब जिला स्तर पर इतने बड़े पैमाने पर कार्यक्रम होंगे। खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने कहा कि इन ट्रेड शो में भाग लेने वाले उद्यमियों को निःशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वे अपने उत्पादों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कर सकें।
खादी: एक विचार, एक जीवनशैली — ट्रेड शो में मंत्री ने दिया आत्मनिर्भर भारत का संदेश
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के चौथे दिन खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मंत्री ने कहा कि खादी केवल वस्त्र नहीं, बल्कि एक विचार और जीवन शैली है। उन्होंने बताया कि जीएसटी में हालिया सुधार से एमएसएमई सेक्टर को नई ऊर्जा मिली है। पहले ऐसे शो केवल मंडल स्तर तक सीमित रहते थे, लेकिन अब सरकार ने इन्हें हर जिले तक पहुंचाने का फैसला किया है। इसमें खादी, टेक्सटाइल, ओडीओपी समेत विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमी शामिल होंगे।
सचान ने कहा कि सरकार खादी उत्पादन और शोरूम की घटती संख्या को लेकर गंभीर है और इस दिशा में विशेषज्ञों के साथ लगातार विचार-विमर्श हो रहा है। युवाओं को खादी से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय परिसरों में खादी शोरूम खोलने की योजना पर भी काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाजार में उपलब्ध ज्यादातर कपड़े स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं, जबकि खादी पूरी तरह शुद्ध, सुरक्षित और सस्ती है।
परंपरा से ट्रेंड तक: पीएम मोदी के नेतृत्व में खादी बनी युवाओं की पहली पसंद
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मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खादी को नई पहचान मिली है। प्रधानमंत्री ने खादी को डिजाइन और तकनीक से जोड़ने पर जोर दिया है, जिसका सीधा असर बाजार में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में खादी की बिक्री में दोगुनी से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे यह स्पष्ट है कि खादी अब केवल परंपरा नहीं बल्कि आधुनिक युवाओं की पसंद भी बन रही है।
इन ट्रेड शो को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू हो चुकी है और जिलों में उपयुक्त स्थानों की पहचान की जा रही है। सरकार का मानना है कि इस पहल से न केवल स्थानीय उद्यमियों को नया बाजार मिलेगा, बल्कि खादी और पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नई पहचान हासिल होगी।
