बिजनौर (शिखर समाचार) नगर पालिका परिषद बिजनौर ने शहर के कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए एक विशेष पोषण आहार किट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की समीक्षा भी की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि लगातार प्रयासों से बच्चों की सेहत में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।
कुपोषण पर प्रभावी कार्रवाई: 132 बच्चों का स्वास्थ्य सुधार, पोषण किट से नई उम्मीदें
कार्यक्रम डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता चेयरमैन इंदिरा सिंह ने की और संचालन अधिशासी अधिकारी विकास कुमार ने संभाला। कार्यक्रम के दौरान सितंबर माह में किए गए कामों की समीक्षा की गई। समीक्षा में यह सामने आया कि नगर क्षेत्र के 41 आंगनबाड़ी केंद्रों में कुल 194 कुपोषित बच्चे थे, जिनमें से 132 बच्चे अब सामान्य स्वास्थ्य श्रेणी में आ चुके हैं। शेष 62 बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के उद्देश्य से पोषण आहार किट वितरित की गई। इस अवसर पर 130 एमएएम और 34 एसएएम बच्चों को पोषण किट प्रदान की गई।
चेयरमैन इंदिरा सिंह ने बच्चों के स्वास्थ्य में हो रहे इस बदलाव की सराहना करते हुए कहा कि यह सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि नगर को कुपोषण से पूरी तरह मुक्त करने के लिए और भी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की आवश्यकता है।
समाज की सामूहिक भागीदारी: कार्यक्रम में विभिन्न विभागों और कर्मचारियों का योगदान
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इस कार्यक्रम में सफाई एवं खाद्य निरीक्षक गोविन्द चौधरी, अवर अभियंता जलकल गौरव शर्मा, स्वास्थ्य लिपिक विपिन देसाई, संदीप कुमार, एसबीएम लिपिक, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर भावना भारद्वाज, नगर क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, पालिका के सफाई नायक और अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
इस तरह के निरंतर प्रयास न केवल बच्चों की सेहत में सुधार ला रहे हैं, बल्कि समाज में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहे हैं। नगर पालिका परिषद बिजनौर का यह कदम कुपोषण के खिलाफ एक सशक्त संदेश है।