नोएडा (शिखर समाचार)
नोएडा स्थित Metro Multi Hospital ने किडनी चिकित्सा क्षेत्र में दोहरी उपलब्धि हासिल करते हुए चिकित्सा जगत में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एक ओर जहां दिल्ली-एनसीआर के अब तक के सबसे बड़े किडनी ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकालकर मरीज की जान बचाई गई, वहीं दूसरी ओर 60 वर्षीय पुरुष का बेहद जटिल और दुर्लभ ABO-अनुकूलनीय किडनी ट्रांसप्लांट कर उसे नया जीवनदान दिया गया।
पहली सफलता: विशाल ट्यूमर को किया पराजित
74 वर्षीय गाजियाबाद निवासी अविनाश सिंह माथुर के शरीर में दुर्लभ Clear Cell Renal Carcinoma (Stage T3aN2) पाया गया था, जो आकार और स्थिति के लिहाज से एक अत्यंत जटिल मामला था। डॉक्टरों ने बिना ओपन सर्जरी के Lap-Assisted Left Radical Nephrectomy के ज़रिए ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाला।
यह जटिल ऑपरेशन 30 मई 2025 को किया गया, जिसका नेतृत्व डॉ. आशुतोष सिंह, वरिष्ठ सलाहकार एवं विभागाध्यक्ष यूरोलॉजी ने किया। उनकी सहायता डॉ. प्रभात रंजन, सलाहकार यूरोलॉजी और डॉ. प्रशांत ठाकुर, रेसिडेंट यूरोलॉजी ने की। एनेस्थीसिया टीम, जिसका नेतृत्व डॉ. कपिल सिंघल, वरिष्ठ सलाहकार एवं विभागाध्यक्ष एनेस्थीसिया और डॉ. दीपक थापा सलाहकार एनेस्थीसिया कर रहे थे ने इस उच्च जोखिम वाले वृद्ध मरीज के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऑपरेशन के बाद मरीज को Surgical ICU में गहन निगरानी में रखा गया और आईवी फ्लूड्स, एंटीबायोटिक्स, गुर्दा सहायक प्रणाली से उसकी हालत स्थिर की गई। 6 जून 2025 को मरीज को स्वस्थ हालत में अस्पताल से छुट्टी दी गई।
दूसरी उपलब्धि: जीवनदायिनी ट्रांसप्लांट ने रचा इतिहास
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25 जून 2025 को मेट्रो अस्पताल ने ABO-अनुकूलनीय किडनी ट्रांसप्लांट कर एक 60 वर्षीय मरीज को नया जीवन दिया, जिसे उसकी 58 वर्षीय पत्नी ने गुर्दा दान किया। दोनों का ब्लड ग्रुप मेल नहीं खा रहा था, इसके बावजूद यह सफल सर्जरी की गई।
सर्जरी से पहले मरीज को 10 दिन तक विशेष इम्यूनोसप्रेशन थैरेपी दी गई, जिसमें रिटक्सिमैब इंजेक्शन, प्लाज्मा फेरोसिस सेशन, एंटी-एच एंड टी सेल एंटीबॉडी टाइटर्स नियंत्रण जैसे प्रोसेस शामिल थे। आज मरीज की किडनी ठीक से काम कर रही है और क्रिएटिनिन लेवल सामान्य है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शिव चड्ढा ने कहा कि ABO अनुकूलनीय ट्रांसप्लांट अब दुर्लभ नहीं है। यह उन मरीजों के लिए उम्मीद की किरण है जिन्हें पहले विकल्प नहीं मिल पाता था।
मेट्रो अस्पताल की अग्रणी तकनीक ने रचा विश्वास का इतिहास
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इन दो सफल ऑपरेशनों ने साबित कर दिया कि मेट्रो अस्पताल का गुर्दा प्रत्यारोपण प्रोटोकॉल पूरे देश में बेहतरीन है। अस्पताल की यूरोलॉजी और ट्रांसप्लांट टीम का अनुभव, तकनीक और समर्पण मरीजों के जीवन को बचाने में निर्णायक सिद्ध हो रहा है।
