सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं : जिलाधिकारी की सख्ती, क्लब-होटल संचालकों को आपदा प्रबंधन के कड़े निर्देश

Rashtriya Shikhar
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No compromise on security: District Magistrate’s strictness, club and hotel operators given strict disaster management directives IMAGE CREDIT TO INFORMATION DEPARTMENT

ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। जिले में भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन अब पूरी तरह सतर्क मोड में आ गया है। इसी क्रम में नोएडा स्थित सभागार में जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में जनपद के सभी क्लबों, बारों, होटलों, रेस्टोरेंट और मैरिज लॉन संचालकों के साथ एक अहम सुरक्षा एवं आपदा न्यूनीकरण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य साफ था—किसी भी कीमत पर जनसुरक्षा से समझौता नहीं।

जिलाधिकारी का स्पष्ट संदेश: सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं

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बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने दो टूक शब्दों में कहा कि आगजनी, भगदड़, बिजली हादसे या किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटना प्रशासन की सर्वोच्च जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी प्रतिष्ठानों को निर्देश दिए कि अग्निशमन यंत्र, इमरजेंसी निकास रास्ते, सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षित पार्किंग व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के इंतजाम हर हाल में पूरी तरह दुरुस्त होने चाहिए।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ परिसर में रखना पूरी तरह प्रतिबंधित होगा। प्रवेश और निकास द्वार पर स्पष्ट प्रकाशयुक्त संकेतक लगाए जाना अनिवार्य किया गया, ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।

सुरक्षा और आपातकालीन तैयारी में सख्ती: जिलाधिकारी ने सभी संस्थानों को विशेष निर्देश दिए

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उन्होंने सभी संस्थानों में एक जिम्मेदार आपातकालीन प्रभारी नामित करने के निर्देश दिए और उसकी सूची जिला प्रशासन को तत्काल उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही प्राथमिक उपचार किट, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली और दिव्यांगजन के अनुकूल सुविधाओं को भी अनिवार्य रूप से सुदृढ़ रखने पर जोर दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि कर्मचारियों के लिए नियमित अंतराल पर मॉक ड्रिल और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कराया जाना आवश्यक होगा, ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना के समय समन्वित और तेज कार्रवाई की जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले समय में प्रशासन द्वारा औचक निरीक्षण किए जाएंगे और मानकों का उल्लंघन मिलने पर सख्त कानूनी कार्रवाई तय है।

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बैठक में मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने स्तर से सभी प्रतिष्ठानों का नियमित निरीक्षण करना सुनिश्चित करें, जिससे किसी भी प्रकार की सुरक्षा खामी समय रहते दूर की जा सके। इस अवसर पर पुलिस, विद्युत सुरक्षा, अग्निशमन, आबकारी और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने संचालकों को तकनीकी जानकारी देते हुए आग से बचाव, बिजली सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन एवं लाइसेंस की शर्तों का पूरी तरह पालन करने की सलाह दी।

आगामी क्रिसमस एवं नववर्ष समारोह को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने सभी संचालकों को पहले से अपनी सुरक्षा कार्ययोजना तैयार रखने और किसी भी कार्यक्रम के आयोजन से पूर्व संबंधित सक्षम अधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य बताया। इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप चौबे, जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा रमेश कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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