गाजियाबाद (शिखर समाचार)
मधुबन बापूधाम योजना को गति देने और वर्षों से अटकी परिसंपत्तियों को सार्थक उपयोग में लाने की दिशा में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण(GDA) ने बड़ा कदम उठाया है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स के नेतृत्व में हुई महत्वपूर्ण बैठक में लगभग चार हजार करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्तियों के निस्तारण को लेकर विस्तृत कार्ययोजना पर मुहर लगाई गई।
बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि इस माह के अंत तक उन किसानों को भूखंड उपलब्ध करा दिए जाएं, जिन्हें पूर्व में इसका वादा किया गया था। इस दिशा में प्राधिकरण ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। विकास कार्यों को अब नवीन DPR के अनुरूप तेज रफ्तार में अंजाम दिया जाएगा, ताकि लोगों को मधुबन बापूधाम योजना के अंतर्गत भूखंड आवंटन शीघ्रता से मिल सके।
भूखंडों का आवंटन पारदर्शी लॉटरी प्रणाली से किया जाएगा
योजना के तहत 40, 60, 90, 120 और 300 वर्गमीटर आकार के भूखंडों का आवंटन पारदर्शी लॉटरी प्रणाली से किया जाएगा। वहीं विशेष प्रकृति के बड़े भूखंडों का आवंटन सीधे किया जाएगा।
GDA ने एक अहम निर्णय यह भी लिया है कि हर पाकेट में एक बड़ा नक्शा लगाया जाएगा, ताकि आवंटी मौके पर जाकर अपने भूखंड की सटीक स्थिति और दिशा को आसानी से समझ सकें। यह व्यवस्था सूचना की पारदर्शिता को और मजबूत बनाएगी।
बैठक में यह भी तय हुआ कि शमशान घाट के समीप जिन लोगों के भूखंड आ गए हैं, उन्हें योजना में किसी अन्य स्थान पर नए भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो।
किसानों के अनुरोध पर परिधीय सड़कों के निर्माण को भी ले-आउट में सम्मिलित किया गया
किसानों के अनुरोध पर परिधीय सड़कों के निर्माण को भी ले-आउट में सम्मिलित किया गया है, जिससे योजना के चारों ओर कनेक्टिविटी बेहतर हो सके।
GDA ने किसानों से अपील की है कि वे विकास कार्यों में सहयोग करें। यह भी स्पष्ट कर दिया गया कि यदि जानबूझकर कोई व्यवधान उत्पन्न किया गया तो प्राधिकरण कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण(GDA) का मानना है कि योजना का समुचित विकास न केवल क्षेत्र की तस्वीर बदलेगा, बल्कि किसानों और आवंटियों को आर्थिक लाभ भी पहुंचाएगा, क्योंकि जैसे-जैसे सुविधाएं बढ़ेंगी, भूखंडों का बाजार मूल्य भी स्वाभाविक रूप से बढ़ेगा। बैठक में सचिव राजेश कुमार सिंह, अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह, जनसंपर्क विभाग के सहायक अभियंता रूद्रेश कुमार शुक्ला सहित जीडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।