गाजियाबाद में मुरादनगर थाने के बाहर युवक का कत्ल, पुलिस से मदद मांगने आया युवक बना गोली का शिकार, पुलिस बनी रही दर्शक

राष्ट्रीय शिखर
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गाजियाबाद में मुरादनगर थाने के बाहर युवक का कत्ल

गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद जिले के मुरादनगर थाना क्षेत्र में एक ऐसा हृदयविदारक और सिस्टम को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली और कानून-व्यवस्था पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। मंगलवार रात क़रीब 11 बजे एक युवक, जो अपने घर के बाहर हुई फायरिंग से डरा-सहमा सुरक्षा की आस लिए थाने पहुंचा था, उसी थाने के बाहर खुलेआम गोली मारकर मौत के हवाले कर दिया गया और पुलिस बस देखती रही।

मिल्क रावली गांव का 22 वर्षीय रवि शर्मा

मिल्क रावली गांव का 22 वर्षीय रवि शर्मा जब थाने पहुंचा, तो वह डरा हुआ था, क्योंकि कुछ घंटे पहले ही बदमाशों ने उसके घर के बाहर गोलियां चलाई थीं। परिजनों ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचित किया था। पुलिस ने सलाह दी कि थाने जाकर शिकायत दर्ज कराओ। रवि थाने पहुंचा भी, लेकिन यह नहीं जानता था कि थाने के बाहर उसका आखिरी वक्त इंतज़ार कर रहा है।

जैसे ही रवि थाने के मुख्य द्वार पर खड़ा हुआ, बाइक सवार मोंटी और उसका साथी अजय वहां पहुंचे और आंखों के सामने तीन से चार गोलियां दाग दीं। रवि वहीं गिर पड़ा, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि यह सबकुछ थाने के मुख्य गेट पर हुआ, जहां पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन न तो किसी ने जवाबी कार्रवाई की और न ही हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की उल्टा, कुछ पुलिसवाले वीडियो बनाते रहे, जैसे यह कोई क्राइम शो की शूटिंग हो।

परिवारवालों का आरोप है कि मोंटी और अजय ने दिनभर धमकियां दी थीं

रवि के परिवारवालों का आरोप है कि मोंटी और अजय ने दिनभर धमकियां दी थीं, घर के बाहर गोलियां भी चलाई थीं। जब रवि थाने आया तो खुद इशारा किया कि यही वो लड़का है जिसने गोली चलाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई हरकत नहीं की। चंद सेकंड बाद वही लड़का रवि की जान ले गया।

घटना के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने सवालों की झड़ी लगा दी जब पुलिस थाने के बाहर भी किसी की जान नहीं बचा सकती, तो फिर आम जनता किसके भरोसे जिए?

घटना की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए मुरादनगर थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह तोमर, रात्रि अधिकारी सूबे सिंह और बीट अधिकारी मोहित सिंह को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस उपायुक्त ग्रामीण सुरेन्द्रनाथ तिवारी ने बताया कि मोंटी और अजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर टीमें गठित कर दी गई हैं और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

घटना के बाद मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक

घटना के बाद मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा ने भी पुलिस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जब थाने के बाहर ही कत्ल हो सकता है और पुलिस के हाथ बंधे हों, तो फिर बुलडोजर सिर्फ शोपीस रह गया है। जनता अब खुद को खुद ही सुरक्षित रखे।

यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सिस्टम के मुंह पर तमाचा है। एक ऐसी तस्वीर जिसमें न्याय की उम्मीद लेकर आए युवक की लाश पड़ी है और पीछे खड़ी पुलिस बेबस नजर आ रही है। जब रक्षक ही मौन हो जाएं, तो भक्षक बेलगाम हो जाते हैं और यही गाजियाबाद की सड़कों पर हो रहा है।

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